Health Tips: इन लोगों को नहीं करना चाहिए हाई-इंटेंसिटी वर्कआउट, सेहत को हो सकता है भारी नुकसान

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Health Tips: बढ़ते वजन को कम करने के लिए लोग जिम जाकर तरह-तरह के वर्कआउट करते नजर आते हैं. लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें कम समय में ज्यादा वजन कम करना होता है. जिसके चलते वे हाई-इंटेंसिटी वर्कआउट का सहारा लेते हैं. लेकिन जो लोग हाथ-पैरों में चोट लगने की समस्या से जूझ रहे हैं उन्हें इस तरह का वर्कआउट न करने की सलाह दी जाती है. आज इस आर्टिकल के जरिए आप जानेंगे कि हाई-इंटेंसिटी वर्कआउट क्या है और इसे किस तरह के लोगों को नहीं करना चाहिए.

हाई-इंटेंसिटी वर्कआउट क्या है?

विशेषज्ञों के मुताबिक, हाई-इंटेंसिटी वर्कआउट में दी गई 9 मिनट की ट्रेनिंग आमतौर पर जिम में 45 से 50 मिनट के बराबर होती है. इस उच्च तीव्रता वाले वर्कआउट को करने के लिए किसी जिम उपकरण की आवश्यकता नहीं है. वर्कआउट के बाद इससे लगभग 300 से 400 कैलोरी बर्न होती है. इसमें आप घर पर या किसी खुली जगह पर आसानी से वर्कआउट कर सकते हैं.

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इनको नहीं करना चाहिए वर्कआउट

जो महिलाएं गर्भवती हैं उनके लिए वर्कआउट करना बहुत जरूरी है. लेकिन इस तरह के इंटेंस-वर्कआउट से बचना चाहिए. इस तरह के वर्कआउट में बहुत ज्यादा उछल-कूद करनी पड़ती है, जो बच्चे और मां दोनों के लिए काफी नुकसानदायक हो सकता है. ऐसे में महिलाएं डॉक्टर द्वारा बताए गए व्यायाम ही कर सकती हैं. जिन लोगों को हार्ट और हाई प्रेशर की समस्या है उन्हें इस तरह का हाई इंटेंसिटी वर्कआउट भूलकर भी नहीं करना चाहिए. इसके अलावा जिन लोगों को हाथ-पैरों में किसी तरह की समस्या और दर्द है उन्हें इस तरह के वर्कआउट से बचना चाहिए. इससे उनकी तकलीफ और भी बढ़ सकती है.

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