भारत के कुछ ऐसे अनजाने रहस्य जिन्हें जानकर आप दंग रह जाएंगे
मंदिर में स्थापित ये मूर्ति 5 हजार साल से भी ज्यादा पुरानी है. मंदिर के पुजारियों का कहना है कि जब भी उन्हें प्रतिमा से आंसू गिरते हुए दिखते हैं वे संकट हटाने के लिए विशेष पूजा-अर्चना शुरू कर देते हैं. अभी तक भैरव बाबा के इन आंसुओं के पीछे का रहस्य आज तक कोई भी नहीं जान पाया.
दुनिया में विज्ञान (Science) भले ही कितना भी आगे बढ़ चुका हो. लेकिन आज भी कुछ ऐसे अनसुलझे रहस्य हैं. जो विज्ञान के लिए भी एक चुनौती है. भारत (India) में भी ऐसे कई रहस्य हैं जो आज भी अनसुलझे हैं. इन्ही कुछ सहस्य से आज हम आपको रूबरू कराएंगे.
रहस्यमयी मंदिर
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा के बज्रेश्वरी देवी मंदिर में भैरव बाबा की एक अनोखी मू्र्ति है. यहां आसपास के इलाकों में जैसे ही परेशानी आनी वाली होती है तो भैरव बाबा की इस मूर्ति से आंसु निकलने लगते हैं. जिससे स्थानीय नागरिक आने वाली समस्याओं का पता लगाते हैं. आपको बता दें कि मंदिर में स्थापित ये मूर्ति 5 हजार साल से भी ज्यादा पुरानी है. मंदिर के पुजारियों का कहना है कि जब भी उन्हें प्रतिमा से आंसू गिरते हुए दिखते हैं वे संकट हटाने के लिए विशेष पूजा-अर्चना शुरू कर देते हैं. अभी तक भैरव बाबा के इन आंसुओं के पीछे का रहस्य आज तक कोई भी नहीं जान पाया.
रहस्यमयी गुफाएं
बादामी की गुफाएं (Badami Caves) कर्नाटक (Karnataka) में मौजूद है. बादामी गुफाएं 6ठी और 7वीं शताब्दी ईस्वी पूर्व की हैं. ये कुल मिलाकर चार गुफाएं हैं. जिनमें से एक जैन मंदिर और तीन ब्राह्मण मंदिर हैं. गुफाओं में महावीर, तीर्थंकरों और कई हिंदू देवताओं को प्रदर्शित करने वाली चित्र और मूर्तियां हैं.इसी के साथ दो हाथों वाले भगवान गणेश की नक्काशी. 18 भुजाओं वाले नृत्य करते शिव भी हैं.
सोन के भंडार
बिहार के राजगीर में अमूल्य स्वर्ण भंडार छुपा है. जो मौर्य शासक बिम्बिसार का है.ये छोटे से शहर राजगीर में है, जो कि नालंदा जिले में मौजूद है.जिसे कई मायनों में महत्वपूर्ण माना जाता है.आपको बता दें कि ये शहर प्राचीन समय में मगध की राजधानी था. इसी राजगीर सोन भंडार गुफा में है. इस गुफा के बारे में कहा जाता है कि इसमें बेशकीमती खजाना छिपा है. जिसे आज तक कोई नहीं खोज पाया है. ये खजाना मौर्य शासक बिम्बिसार का बताया जाता है. वहीं कुछ लोग इसे पूर्व मगध सम्राट जरासंध का भी बताते हैं.
सिंधुघाटी सभ्यता
भारत में नदी सभ्यताओं में से सिंधुघाटी और नर्मदाघाटी की सभ्यता का रहस्य आज भी बना हुआ है. ये सभ्यताएं आज भी रहस्यमय और कई अनसुलझे सवालों से भरी पड़ी है. यहां कि लिपी इतनी प्राचिन है कि इसे अभी तक नहीं पढ़ा जा सका है.
रहस्यमयी झील
भारत के हिमालय की चोटियों पर मौजूद रुपकुंड झील है. ये अनोखी झील कंकालों से भरी हुई है. इस झील को यहां मौजूद कंकालों की वजह से पहचान मिली है. ये झील भारत की सबसे ऊंची झीलों में शुमार है. जो समुद्र से 5000 मीटर की ऊंचाई पर मौजूद है. हैरानी की बात ये है कि इस झील में 7वीं से 10वीं शताब्दी के कंकाल इस झील में मिले हैं. अभी तक ये बात साफ नहीं हो पाई है की इन लोगों की मौत कैसे हुई. लेकिन रिसर्च में ये बात साफ हो गई है कि ये किसी महामारी से नहीं मरे.