Manipur Clash: मणिपुर में हालात पहले से बेहतर, गृह मंत्री अमित शाह की अपील का दिखा बड़ा असर
Manipur Clash: अमित शाह के मणिपुर दौरे का असर दिखने लगा है. जहां गृह मंत्री के पहुँचने पर राज्य में हिंसा के मामलों में कमी आई है. मणिपुर के सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह ने शुक्रवार को बताया कि प्रदेश में अब तक अलग-अलग जगहों पर 140 से ज्यादा हथियार और 11 मैगजीन सरेंडर किए गए हैं. खबर है कि हथियारों में सेल्फ-लोडिंग राइफलें, कार्बाइन, एके 47, ग्रेनेड लॉन्चर और भी कई तरह के हथियार शामिल हैं.
बता दें गृह मंत्री ने दिल्ली रवाना होने से पहले बीते गुरुवार को लोगों से अपील की थी कि वे अपने हथियार सुरक्षा बलों और प्रशासन को सरेंडर कर दें. इससे पहले हिंसा की घटनाओं को देखते हुए केंद्र सरकार ने राजीव सिंह को मणिपुर का नया डीजीपी नियुक्त किया था.
मणिपुर में हालात पहले से बेहतर
मणिपुर में हिंसा को काबू करने के लिए सुरक्षा बलों ने अपना पूरा जोर लगा दिया है. जिसमें भारतीय सेना और असम राइफल्स की करीब 140 टुकड़ियां मौके पर मौजूद हैं. हर टुकड़ी में 10,000 कर्मी हैं. इसके अलावा राज्य में अन्य अर्द्धसैनिक बलों को भी तैनात किया गया है.
सरकार पीड़ितों को देगी मुआवजा
बता दें इस पूरी हिंसा में अपनी जान गवांने वाले लोगों को सरकार मुआवजे के रूप में 10-10 लाख रुपये और एक सरकारी नौकरी देगी. यह फैसला राज्य के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह और केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने लिया.
मामले की होगी न्यायिक जांच
मणिपुर हिंसा पर अमित शाह ने न्यायिक जांच कराने की घोषणा की. इसके अलावा उन्होंने इस संबंध में सेवानिवृत्त हुए मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक न्यायिक आयोग बनाने का एलान किया है. गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि इस न्यायिक जांच में हिंसा के कारणों का पता लगाया जाएगा.