US Entry in Iran-Israel War: बढ़ती जंग की आहट! | परमाणु ठिकानों पर बमबारी से भड़की जंग
मध्य-पूर्व एक बार फिर युद्ध की आग में घिरता नजर आ रहा है। सोमवार को ईरान ने इज़राइल और अमेरिका के खिलाफ कड़ी जवाबी कार्रवाई करते हुए अमेरिकी सैन्य अड्डे पर मिसाइल हमला किया। बताया जा रहा है कि यह हमला सीरिया स्थित अमेरिकी बेस पर किया गया। हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। यह हमला उस दिन के एक दिन बाद हुआ जब अमेरिका ने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों – इस्फहान, फोर्डो और नतांज – पर हवाई हमले किए थे।
US Entry in Iran-Israel War: इस हमले के बाद, इज़राइल ने तेहरान स्थित ‘एविन जेल’ को निशाना बनाकर बमबारी की, जहां राजनीतिक बंदियों और विपक्ष की आवाज़ों को रखा जाता है। इज़राइली रक्षा मंत्री इज़राइल काट्ज़ ने हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि यह एक प्रतीकात्मक कदम था जो ईरान की तानाशाही व्यवस्था के खिलाफ था।
इसके तुरंत बाद, ईरान ने सोमवार को एक और बड़ा हमला किया और लगभग 15 बैलिस्टिक मिसाइलें इज़राइल पर दागीं। इन मिसाइलों में से कुछ इज़राइली क्षेत्रों पर सीधी टक्कर में आईं। यरुशलम और उत्तरी इज़राइल में सायरन बजने लगे और दक्षिण में अशदोद में मिसाइल हमले की पुष्टि हुई।
US Entry in Iran-Israel War: इस तेजी से बढ़ते तनाव के बीच, रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने बयान दिया कि कुछ देश ईरान को परमाणु हथियारों से लैस करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने अमेरिका और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को इस युद्ध की ओर धकेलने का दोषी ठहराया।
निष्कर्ष:
ईरान, इज़राइल और अमेरिका के बीच यह तेजी से बढ़ता संघर्ष वैश्विक शांति के लिए एक गंभीर खतरा बन चुका है। यदि जल्द ही कूटनीतिक समाधान नहीं निकला, तो यह जंग पूरे मध्य-पूर्व को अपने चपेट में ले सकती है और विश्व को एक नए युद्ध के कगार पर पहुंचा सकती है।
“परमाणु ठिकानों पर बमबारी बन सकती है तीसरे विश्वयुद्ध की चिंगारी!”