UK Sperm Demand: वैसे तो साइंटिस्ट आए दिन किसी न किसी चीज की खोज करते रहते हैं। हाल ही में एक और ऐसी रिसर्च का खुलासा किया गया है। जिसमें यूके से सबसे ज्यादा शुक्राणु का एक्सपोर्ट किया जा रहा है। यूके के शुक्राणु की दूसरे देशों में काफी ज्यादा मांग बढ़ रही है। जिससे दुनिया भर में बड़ी संख्या में पैदा हुए बच्चे जैविक रूप से एक दूसरे के भाई बहन है।
जैविक सौतेले भाई बहनों के साथ बनेंगे रिश्ते
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यू.के. प्रजनन क्लीनिकों में एक एकल दाता का उपयोग 10 से ज्यादा परिवार बनाने के लिए नहीं किया जा सकता। देश से अंडों को विदेश भेजने पर कोई रोक नहीं है। इस कानूनी खामी का फायदा औद्योगिक स्तर की प्रथाओं में किया जा रहा है। यह कुछ डाटा द्वारा गर्वित बच्चों के यूरोप और उसके बाहर दर्जनों जैविक सौतेले भाई बहनों के साथ रिश्ते को आगे बढ़ाने की संभावना को भी बढ़ता है।
वहीं दूसरी और एक्सपर्ट्स मानव विशेषण और भ्रूण विज्ञान प्राधिकरण से प्रतिबंधों को कड़ा करने का आह्वान कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक संगठन का रिप्रोडक्टिव एंड क्लीनिकल साइंटिस्ट के रिसर्च प्रोफेसर जैक्सन ने कहा, अगर आप मानते हैं कि दुनिया में 10 परिवार की सीमा को लागू करना जरूरी है तो तार्किक रूप से यह शुक्राणु जहां से भी हो वहां लागू होना चाहिए इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा ऐसे आंकड़े हैं जो दिखाते हैं कि कुछ बच्चों को वास्तव में बड़े परिवार में रहते हैं उन्हें इससे सूचना बढ़ता है।
अलग-अलग व्यक्तियों पर निर्भर करता है
इसके अलावा एक प्रोफेसर ने कहा कि जैविक सौतेले भाई बहनों से संपर्क करना अक्सर सकारात्मक रूप से देखा जाता है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि जब भाई बहनों की संख्या बढ़ने लगती है तो बढ़ती और अनिश्चित संख्या में लोगों के साथ-साथ संबंध बनाना आसानी लगने लगता है। इस बात का कोई निश्चित आंकड़ा नहीं है की संख्या का बहुत ज्यादा हो जाती है और यह अलग-अलग व्यक्तियों पर निर्भर करता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा आमतौर पर 10 से ज्यादा लोगों को एक बड़ा समूह माना जाता है।
एक्सपर्ट्स कि मानें तो उन्होंने कहा एक बार जब आप शुक्राणु को जमा कर देते हैं तो यह पुराना नहीं होता इसका मतलब है कि शुक्राणु का इस्तेमाल सालों तक यानी दशकों तक जारी रह सकता है। आपके पास आपके माता-पिता से भी बड़े डाता बड़े भाई बहन हो सकते हैं जो कि अभी तक हमारे सामने नहीं आए हैं।