Syria-Israel Conflict Escalates: इजरायली हमले से दमिश्क हिला, 200 से अधिक मौतें
बुधवार को इजरायली सेना ने सीरिया की राजधानी दमिश्क में स्थित रक्षा मंत्रालय पर दो बार हवाई हमले किए, जिससे चार मंजिलें ध्वस्त हो गईं और इमारत का बाहरी ढांचा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। यह हमला दक्षिण सीरिया में सीरियाई सेना और द्रूज़ (Druze) लड़ाकों के बीच चल रही हिंसक झड़पों के बीच हुआ, जिसे हाल के महीनों की सबसे घातक हिंसा बताया जा रहा है।
Syria-Israel Conflict Escalates: सीरियाई राज्य मीडिया के अनुसार, इस हमले में कम से कम दो सैन्य अधिकारी घायल हुए हैं, जबकि कई कर्मचारी बेसमेंट में शरण लिए हुए थे। मई के बाद यह पहला मौका था जब इजरायल ने दमिश्क को निशाना बनाया। यह लगातार तीसरा दिन था जब इजरायली सेना ने सीरियाई सेना पर एयरस्ट्राइक की।
इजरायली सेना के प्रवक्ता ने बयान दिया कि यह हमला सीरियाई राष्ट्रपति अहमद अल-शराआ को सुएदा में हो रही घटनाओं के संबंध में “संदेश” देने के लिए किया गया था। सोमवार को इजरायली सेना ने सीरियाई टैंकों को भी निशाना बनाया था और अब ड्रोन स्ट्राइक के जरिए सैनिकों को मारने की कार्रवाई जारी रखी है।
इजरायल ने स्पष्ट किया है कि वह सीरियाई सेना को देश के दक्षिणी हिस्से में तैनात नहीं होने देगा और द्रूज़ समुदाय को दमिश्क सरकार से सुरक्षा देगा। हालांकि, कई स्थानीय लोग इजरायल के इस संरक्षण के दावे को खारिज कर रहे हैं क्योंकि उन्हें डर है कि इससे उन्हें विदेशी समर्थन प्राप्त होने का आरोप लग सकता है।
Syria-Israel Conflict Escalates: इजरायली हमले ने पहले से ही तनावपूर्ण माहौल को और जटिल बना दिया है। वर्तमान में सीरियाई सरकारी बल, बेदौइन अरब जनजातियाँ और द्रूज़ लड़ाके आमने-सामने हैं। यूके स्थित सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के अनुसार, चार दिनों की झड़पों में अब तक 200 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
इस बीच, सीरियाई रक्षा मंत्री ने मंगलवार को संघर्षविराम की घोषणा की है। साथ ही, द्रूज़ समुदाय के तीन धार्मिक नेताओं ने एक संयुक्त बयान जारी करते हुए सुएदा में सीरियाई सुरक्षा बलों को प्रवेश की अनुमति देने की बात कही है।
यह घटनाक्रम सीरिया में एक नई भू-राजनीतिक स्थिति को जन्म दे रहा है, जिसमें इजरायल की सक्रियता और द्रूज़ समुदाय की भूमिका अब अंतरराष्ट्रीय चिंता का विषय बन चुकी है।