पुलवामा हमले पर Satyapal Malik ने फिर सरकार को घेरा, सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में की जांच की मांग

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Delhi News: जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने एक बार फिर से पुलवामा आतंकी हमले को लेकर केंद्र सरकार को कटघरें में खड़ा किया है. मलिक ने पुलवामा हमले की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में करने की मांग की. सत्यपाल मलिक ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार अपनी गलतियों को स्वीकार करने में विफल रही है. इसी कारण कश्मीर में फरवरी 2019 में 40 सीआरपीएफ जवानों की मौत हुई. इसी के साथ सत्यपाल मलिक ने आगे कहा कि मैं पुलवामा आतंकी हमले की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग करता हूं.

जवानों को नहीं दी विमान से जाने की अनुमति

सत्यपाल मलिक ने कहा कि 14 फरवरी 2019 को पुलवामा नरसंहार में 40 सीआरपीएफ जवान मारे गए. गौरतलब है कि अधिकारियों ने कहा था कि विस्फोट में जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी अब्दुल अहमद डार की भी मौत हो गई. बता दें कि डार को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कई बार गिरफ्तार किया था परंतु उसे हर बार रिहा कर दिया गया. वहीं सीमा सुरक्षा बल के पूर्व अतिरिक्त महानिदेशक संजीव ने सत्यपाल मलिक की बात दोहराते हुए उन्होंने पूछा कि इतनी बड़ी संख्या में सीआरपीएफ जवानों को सुरक्षा खतरों के बावजूद हवाई परिवहन की अनुमति क्यों नहीं दी गई.

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सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में हो जांच

पूर्व अतिरिक्त महानिदेशक संजीव ने आगे कहा कि सीआरपीएफ के काफिले को देखते हुए पूरे रास्ते को सैनिटाइज क्यों नहीं किया गया. वहीं जम्मू-कश्मीर में इतनी सुरक्षा निगरानी के बावजूद आरडीएक्स सहित 300 किलोग्राम से अधिक वजन वाले विस्फोटक देश के सबसे सुरक्षित राजमार्ग तक कैसे पहुंच गए. संजीव ने आगे कहा कि देश के लोगों को प्रधानमंत्री से स्पष्ट जवाब की जरूरत है. इसी के साथ हम सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच करने कि मांग करते हैं ताकि जनता को सच्चाई पता चले.

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