Rahul Gandhi: संसदीय सदस्यता रद्द होने के बाद राहुल गांधी ने की पीसी, ‘मैं सवाल पूछता रहुंगा’, अडानी को किसने दिए 20 हजार करोड़
राहुल गांधी की संसदीय सदस्यता रद्द होने के बाद राहुल गांधी ने 11 घंटे बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की. जहां उन्होंने अपनी बात रखी. इस दौरान राहुल गांधी ने फिर वही सवाल उठाए जो हाल ही में वे कई बार संसद में उठाते नजर आए हैं.
Rahul Gandhi: राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की संसदीय सदस्यता रद्द होने के बाद राहुल गांधी ने 11 घंटे बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की. जहां उन्होंने अपनी बात रखी. इस दौरान राहुल गांधी ने फिर वही सवाल उठाए जो हाल ही में वे कई बार संसद में उठाते नजर आए हैं.
पीएम मोदी पर उठाए सवाल
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राहुल गांधी ने पीएम मोदी और अडानी के ऊपर कई आरोप लगाए. राहुल गांधी ने सवाल पूछते हुए कहा कि, अडानी और पीएम मोदी का क्या रिश्ता है. अडानी की कंपनी में आखिर किसने 20 हजार करोड़ का निवेश किया है. बीजेपी ध्यान भटकाने के लिए ओबीसी की बता कर रहे हैं.
‘मैं सवाल पूछता रहुंगा’
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए राहुल ने कहा कि, ‘मैंने कई सबूत पेश किए. स्पीकर को दो-दो बार विस्तार से चिट्ठी लिखी, फिर भी जवाब नहीं मिला, संसद में मेरा माइक बंद कर दिया जाता है. लेकिन मुझे मेरा काम करने से कोई नहीं रोक सकता, मैं सवाल पूछता रहूंगा. आखिर मोदी का अडानी से क्या रिश्ता है ?. 20 हजार करोड़ रुपये किसने अडानी में लगाए’. अंत में राहुल ने कहा कि मुझे धमकाकर कोई चुप नहीं कर सकता, मैं जनता के बीच रहूंगा ये मेरा काम है
‘विपक्ष को दिया हथियार’
प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा कि, बीजेपी ने पैनिक स्थिति में ये कदम उठाया है. जिसने विपक्ष को एक हथियार दिया है. सरकार के इस कदम ने जनता को सोचने पर मजबूर कर दिया की आखिर बीजेपी अडानी के मामले में ऐसा क्यों कर रही है. वे जवाब क्यों नहीं दे रही?
ये था मामला
सूरत की सेशन कोर्ट ने 23 मार्च को राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाई थी. जिसके बाद कोर्ट ने उन्हें उच्च अदालत में अपील करने के लिए 30 दिन का समय दिया. वहीं सजा के अगले दिन जनप्रतिनिधि कानून के तहत राहुल गांधी की संसदीय सदस्यता रद्द कर दी गई. आपको बता दें कि राहुल गांधी को 2019 में ‘मोदी’ सरनेम पर विवादित टिप्पणी करने पर सजा सुनाई गई थी.