Racial Attack On Indian: चारणप्रीत सिंह के साथ हुई बर्बरता ने उठाए गंभीर सवाल
ऑस्ट्रेलिया के एडिलेड शहर से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहाँ एक 23 वर्षीय भारतीय छात्र, चारणप्रीत सिंह, नस्लीय हिंसा का शिकार हुए। यह हमला शनिवार देर रात किण्टोर एवेन्यू के समीप तब हुआ जब उनका कुछ लोगों से पार्किंग को लेकर विवाद हो गया। स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि हमलावरों ने उन्हें बुरी तरह से पीटते हुए सड़क किनारे फेंक दिया।
Racial Attack On Indian: चारणप्रीत ने बताया कि हमलावरों ने अपमानजनक और नस्लीय टिप्पणी करते हुए उन पर हमला किया। “उन्होंने मुझे ‘फ— ऑफ इंडियन’ कहा और फिर लगातार घूंसे मारने लगे। मैंने खुद को बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन वे तब तक मारते रहे जब तक मैं होश नहीं खो बैठा,” उन्होंने कहा।
इस हमले में चारणप्रीत को गंभीर चोटें आई हैं, जिसमें ब्रेन ट्रॉमा और चेहरे की कई हड्डियों के टूटने की पुष्टि हुई है। उन्हें अस्पताल में भर्ती कर गहन चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है। साउथ ऑस्ट्रेलिया पुलिस ने घटना में शामिल एक 20 वर्षीय युवक को हिरासत में लिया है, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस द्वारा इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और आम नागरिकों से भी जानकारी साझा करने की अपील की गई है।
यह घटना कोई एकल मामला नहीं है। हाल ही में डबलिन में भी एक भारतीय आईटी पेशेवर को नस्लीय टिप्पणी और हिंसा का सामना करना पड़ा था। इस तरह की घटनाएं प्रवासी भारतीयों की सुरक्षा और सामाजिक स्वीकृति पर गंभीर प्रश्न खड़े करती हैं।
चारणप्रीत ने दुख व्यक्त करते हुए कहा, “ऐसे हादसे आपको सोचने पर मजबूर कर देते हैं कि क्या यहां रहना सुरक्षित है। आप बहुत कुछ बदल सकते हैं, लेकिन अपनी त्वचा का रंग नहीं।”
Racial Attack On Indian: दक्षिण ऑस्ट्रेलिया के प्रीमियर, पीटर मलीनॉस्कस ने इस हमले की तीव्र निंदा की। उन्होंने कहा, “हमारे राज्य में किसी भी प्रकार के नस्लीय भेदभाव के लिए कोई स्थान नहीं है। यह हमारे मूल्यों के विपरीत है।”
यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना फिर से यह उजागर करती है कि वैश्विक स्तर पर नस्लवाद अब भी एक बड़ी सामाजिक समस्या बना हुआ है। ऐसे अपराधों पर कठोर कार्रवाई और पीड़ितों को न्याय दिलाना अब वक्त की मांग बन गई है।