Wrestler Protest: भारत एक वो देश है जहां नारी को पूजा जाना इसकी परंपरा ही नहीं बल्की इसकी संसकृति में विख्यात है…नारी के सम्मान की कहानी हम आज से नहीं युगो युगो से इसी धरती पर सुनते आए है लेकिन बीते कुछ दिनो से देश में नारी के आत्मसम्मान के खातिर फैली जंग एक बड़ा रुप ले चुकी है..आज यह बात हम आपसे क्यो कर रहे वो हम आपको पूरी बात विस्तार से बताएगे कि आखिर क्या हम एक दफा फिर क्यो उन पुरानी बातो को दोहरा रहे उसके लिए यह वीडियो को पूरा देखे भारत में पैदा होने वाली हर नारी किसी से कम नहीं है यह बात सिखाने बताने और समझाने वाला अगर कोई देश है तो सिर्फ भारत…. और इन बातो की मिसाल देने वाली नारी कोई ओर नहीं बल्कि वहीं है विदेश की धऱती पर जाकर देश के लिए मेडल लेकर भारत लौटती और तमाम उस नारी के लिए मिसाल बन जाती है कि हर नारी अपने पैरो पर खड़ी होकर आगे बड़ सकती है लेकिन जब इन्ही महिलाओ के साथ देश में हो रही बर्बता सामने देखने को मिलती तो सोचने पर मजबूर करती है क्या यही वो धरती है जहां केवल सम्मान के किस्से कहानी केवल सुनने भर के रहे है….दरअसल 23 अप्रेल से महिला पहलावानो के साथ हुए शोषण को लेकर यह पहलवान लगातार आवाज उठा रही है और न्याय की गुहार लगा रही है और यह आरोप और किसी पर नहीं बल्कि कुश्ती महांसग के अध्यक्ष ब्रजभूषण पर लगाए गए बीते एक महिने में यह धरना के आंदोलन में दबदील हो गया था और मांग सिर्फ यही ब्रजभूषण की आखिर अब तक गिरफ्तारी क्यो नहीं.
इस आंदोलन में हर कोई जानता है की लगातार विपक्ष दल खाप पंचायत के लोगो के साथ किसान नेताओ को सर्मथन मिला देश के हर कोने इनकी आवाज बनने के लिए जंतर मंतर पर लोग इक्कठा होने लगे मगर तारीख 28 मई जब नए भारत के नए संसद का उद्दाटन हो रहा उस वक्त पहलवानो ने महापंचायत करने के लिए संसद भवन के बाहर का स्थान चयनित किया जिसके चलते पूरे देश में हाई स्कोयरिटि कर दी गई…और इन महिला पहलवानो को बर्बता के साथ जमीं पर घसीटते हुए जबरन गाड़ियो में भरा गया वो तस्वीरे हर किसी के जहन में मात्र आंशू ही नहीं बल्कि या आक्रोश से लाल हो रखी थी कि क्या दूनिया में देश के लिए सम्मान प्राप्त महिलाओ के साथ क्या इस तरह का व्यवहार जायज है…..क्या देश में अपनी बात कहने की आजादी नहीं…और यह अपमान सिर्फ उन नारी का नहीं बल्कि कहीं न कहीं यह बात दर्शाने की कोशिश करता है कि सच झूठ की लड़ाई में हम देश में न्याय की कौन सी तस्वीर को पेश करने की कोशिश कर रहे है…वहीं दूसरी ओर लगातार यह बात कही गई क्या धरना खत्म नहीं होगा मगर पुलिस ने धारा 144 लगाने के साथ जंतर मंतर पर जाने से रोक तो लगाई लगाई मगर पहलवानो के खिलाफ कई धाराओ पर मुकदमा तक दर्ज कर दिया गया..
अब ऐसे में लगातार पहलवानो के खिलाफ से यह बात कही गई की यह धरना खत्म नहीं होगा जिसके चलते अब पहलवान सिर्फ अनशन पर ही नहीं बल्कि अपने मैडल को गंगा में प्रवाहित करने की बात कह रहै है कुश्ती संघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरना दे रहे पहलवानों ने गंगा में मेडल बहाने का ऐलान किया है. पहलवान बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक ने सोशल मीडिया पर बयान जारी कर कहा, ”इन मेडलों को हम गंगा में बहाने जा रहे हैं, क्योंकि वह गंगा मां हैं. जितना पवित्र हम गंगा को मानते हैं, उतनी ही पवित्रता से हमने मेहनत कर इन मेडलों को हासिल किया था.” वहीं इंडिया गेट पर अनशन करने की बात कही है हाजार सावाल है… जवाब को मुतासिर हर कोई यहां है…अब इस पूरे मामले की हकीकत क्या इस पर संघर्ष बेहिसाब है…मगर देश मे सुनाए जाने वाले किस्से कहानी आज सब अफवाह लग रहे है…बेरहाल यह पूरा मामला एक जांच का विषय और उसके बाद ही सभी तथ्यो की परत खुल कर सामने आएगी.