Operation Mahadev: पहलगाम हमले के मास्टरमाइंड सुलेमान शाह उर्फ मूसा फौजी एनकाउंटर में ढेर
जम्मू-कश्मीर एक बार फिर सुरक्षाबलों की बहादुरी और मुस्तैदी का गवाह बना है। हाल ही में चलाए गए ‘ऑपरेशन महादेव’ के तहत सेना को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पहलगाम आतंकी हमले के मास्टरमाइंड सुलेमान शाह उर्फ मूसा फौजी को श्रीनगर के बाहरी इलाके में स्थित दाचीगाम फॉरेस्ट क्षेत्र में हुए एनकाउंटर में मार गिराया गया है।
Operation Mahadev: दाचीगाम फॉरेस्ट में चल रहा था सर्च ऑपरेशन
सुरक्षा एजेंसियों को खुफिया जानकारी मिली थी कि दाचीगाम क्षेत्र में कुछ आतंकियों की मौजूदगी है। इसी इनपुट के आधार पर सेना और अन्य सुरक्षाबलों ने सोमवार को एक सर्च और कॉम्बिंग ऑपरेशन शुरू किया। इस दौरान इलाके में भारी गोलीबारी की आवाजें भी सुनी गईं। ऑपरेशन महादेव के अंतर्गत यह सघन तलाशी अभियान चलाया गया।
सुलेमान शाह: पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड
सुलेमान शाह, जिसे मूसा फौजी के नाम से भी जाना जाता था, पहलगाम में हुए हमले का मुख्य साजिशकर्ता माना जा रहा था। सूत्रों के अनुसार, वह पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन से जुड़ा हुआ था और जम्मू-कश्मीर में लगातार आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की फिराक में था। उसके मारे जाने से न सिर्फ सुरक्षा बलों को राहत मिली है, बल्कि क्षेत्र में शांति बहाल करने की दिशा में भी यह एक अहम कदम साबित हुआ है।
3 आतंकियों को घेरे जाने की पुष्टि
सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, दाचीगाम फॉरेस्ट क्षेत्र में तीन आतंकियों की मौजूदगी की आशंका जताई गई थी। इनमें से एक की पहचान मूसा फौजी के रूप में हुई है, जिसे मार गिराया गया है। बाकी आतंकियों की तलाश और ऑपरेशन अभी भी जारी है।
Operation Mahadev: सेना की रणनीतिक सफलता
‘ऑपरेशन महादेव’ इस समय जम्मू-कश्मीर में आतंकी नेटवर्क के खिलाफ सेना की एक प्रमुख रणनीति बनकर उभरा है। इसका उद्देश्य विदेशी और स्थानीय आतंकियों का सफाया कर प्रदेश में स्थायी शांति कायम करना है। इस ऑपरेशन में सेना को स्थानीय पुलिस और अन्य खुफिया एजेंसियों का पूरा सहयोग मिल रहा है।
निष्कर्ष
सुलेमान शाह उर्फ मूसा फौजी के मारे जाने से यह साफ हो गया है कि सुरक्षाबल किसी भी आतंकी को बख्शने के मूड में नहीं हैं। ‘ऑपरेशन महादेव’ जैसे अभियान आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई को नई दिशा दे रहे हैं और आने वाले समय में ऐसी सख्त कार्यवाहियों से आतंकियों के मन में डर पैदा होना तय है।