Elon Musk on Taiwan:एलन मस्क के द्वारा ताइवान को “चीन का अभिन्न अंग” कहने पर ताइवान के विदेश मंत्री ने उनकी अलोचना की है. ताइवान के विदेश मंत्री ने बुधलार को एलन मस्क द्वारा को चीन का अभिन्न हिस्सा कहने पर कड़ी नाराजगी जताई है.
एलन मस्क ने ताइवान पर क्या बोला?
बता दें कि मस्क ने सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म लॉस एंजिल्स में ऑल-इन समिट में दौरान बयान दिया था. उन्होंने कहा कि ताइवान को चीन के साथ फिर से मिला दिया जाए. मस्क के नजरिये से शायद यह हवाई या उसके जैसा कुछ है, चीन के जरुरी अंग की तरह है जो चीन का हिस्सा नहीं है क्योंकि,यूएस प्रशांत मस्क ने कहा, फ्लीट ने बलपूर्वक किसी भी प्रकार के पुनर्मिलन प्रयास को रोक दिया है.
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जोसेफ वू ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
ताइवान के विदेश मंत्री जोसेफ वू ने बुधवार 14 सिंतबर को इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, आशा है कि @एलोन मस्क भी #CCP को अपने लोगों के लिए @X खोलने के लिए बोल सकते हैं. शायद वह सोचते है कि इस पर प्रतिबंध लगाना एक अच्छी नीति शाबित होगा, जैसे रूस के खिलाफ यूक्रेन के जवाबी हमले को नाकाम करने के लिए @Starlink को बंद करना. सुनो, ताइवान पीआरसी का हिस्सा नहीं है और निश्चित रूप से बिक्री के लिए नहीं है.
Hope @elonmusk can also ask the #CCP to open @X to its people. Perhaps he thinks banning it is a good policy, like turning off @Starlink to thwart #Ukraine’s counterstrike against #Russia. Listen up, #Taiwan is not part of the #PRC & certainly not for sale! JW https://t.co/HEhyTYYXFp
— 外交部 Ministry of Foreign Affairs, ROC (Taiwan) 🇹🇼 (@MOFA_Taiwan) September 13, 2023
चाइना ने ताइवान पर कभी राज नहीं किया-जोसेफ वू
बता दें कि पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के द्वारा ताइवान को अपना इलाका होने का दावा किया गया. हालांकि, ताइवान की सरकार ने दावा किया है कि, पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना ने कभी भी द्वीप पर राज नहीं किया है. इसलिए उसके पास हमारी संप्रभुता का दावा करने, इसके लिए बोलने या वैश्विक मंच पर इसका प्रतिनिधित्व करने का कोई हक नहीं है. आगे उन्होंने कहा कि केवल ताइवान के लोग ही इस पर फैसला ले सकते हैं. भविष्य में ताइवान को औपचारिक रूप से केवल 13 देशों द्वारा मान्यता दी गई थी. ग्वाटेमाला, हैती,बेलीज,पैराग्वे, सेंट किट्स और नेविस, सेंट लूसिया, सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस,नाउरू, तुवालु,पलाऊ, एस्वातिनी और वेटिकन सिटी. वैसे तो,त्साई इंग-वेन के 2016 में ताइवान के राष्ट्रपति बनने के बाद, नौ देशों ने चीन के प्रति निष्ठा बढ़ा दी और बीजिंग ने ताइवान को अलग-थलग करने के लिए अपने राजनेतिक कोशिशों को बढ़ा दिया है. ताइवान की सरकार ने दावा किया, वह एक संप्रभु देश है जिसके पास राज्य-से-राज्य संबंधों का अधिकार है.
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