LifeStyle: बुरी आदतें जो आपको कर देती हैं बर्बाद
हमारी रोजर्मरा की जिंदगी मे अक्सर युवाओं में कमजोरी और एनर्जी कम होने की लोग बात करते फिरते है…या फिर अगल वह ये बात किसी से साक्षा करते है तो अक्सर लोग उनका मजाक यह कह उड़ा देते है कि आपका बुढ़ापा नजदीक आ गया है क्या हुआ सही कहा न हमने दरअसल ऐसा क्यो होता है आखिर हमारी बॉडी लेजीनेस क्यो फील करती है…इसकी 5 आदते है जिन पर ध्यान देना जरुरी है और आज हम इन्ही आदतो पर आपसे करेगे चर्चा…
जिस लेजीनेस और लो एनर्जी की दरअसल हम बात करे है जिसके चलते अगर आप यह बाते किसी शेयर करते है तो आपका सामने वाला हर तरीके मजाक उढ़ता है तेरा बुढापा आ गया… तेरे दिन नजदीक आने वाले है…या फिर लोग ताने यह भी कह जाते है कि और जग ले देर रात तक बाहर खाएगी तो क्या होगा… दरअसल इन बातो को दरकिनार नहीं किया जा सकता है और न ही मजाक में लिया जा सकता है क्योकि यह एक गंभीर समस्या भी हो सकती है, जो सच में शरीर के बूढ़े होने की निशानी है…जी हां यह वक्त से पहले व्यक्ति को कमजोर बनाकर बुढ़ापे जैसा एहसास कराने लगती है…पहले की जनरेशन और अबकी जनरेशन में काफी बदलाव देखे गए है जिसके पीछे कई तकनिकी भी और हमरा पर्यावरण को दूषित करना भी जिम्मेवार है… बताते चले कि युवाओं की इस हालत के पीछे उनकी जीवन का रहन सहन है, जो कि काफी अनहेल्दी हो चुकी है। इस अस्वस्थ जीवनशैली के पीछे कुछ गलत आदतें हो सकती हैं। जो अधिकतर लोग कर रहे हैं और शरीर को नुकसान पहुंचा रहे हैं। उनमे से अगर बात करे तो अधिकतर लोग आंख खुलते ही सोशल मीडिया चलाते हैं कि कोई अपडेट छूट ना जाए। इसकी वजह से दिमाग को थोड़े ही समय में अलग-अलग भावनाओं से गुजरना पड़ता है। जो कि हमारे हॉर्मोन में असंतुलन पैदा कर सकता है। इसकी वजह से पूरे दिन आलस और थकावट महसूस हो सकती है। आपको उठने के कम से कम 2 घंटे तक फोन से दूर रहना चाहिए और मेडिटेशन, जॉगिंग जैसी एक्टिविटी करनी चाहिए।
अधिकतर लोगों को सोने से पहले मोबाइल चलाने की आदत होती है। जिसकी वजह से नींद देर से आती है और जरूरी आराम नहीं मिल पाता। नींद ना मिलने से कई सारी बीमारियां घेर सकती हैं। इसलिए दोपहर के बाद कैफीन और सोने से 2 घंटे पहले मोबाइल का इस्तेमाल बंद कर दें।
हमारे घरो मे अकसर बड़े बुजुर्ग कहा करते थे कि फिट रहने के लिए शरीर को फिजिकल एक्टिविटी की जरूरत होती है। आप जितना शारीरिक मेहनत करेंगे, शरीर उतना ही स्वस्थ और तंदरुस्त महसूस करेगा…यह बात हम आज बहुत हल्के में लेते लेकिन यही एक कारण है कि हम आज इन तमाम परेशानियों से झूझ रहे है… इसलिए हर दिन कम से कम 30 मिनट अच्छा शारीरिक व्यायाम करने की कोशिश करें।
आधुनिक तकिनिकियो का इस्तेमाल करते करते हम धूप और सनलाइट से बचने का प्रयास करते है मगर क्या आप जानते है धूप और सनलाइट में रहने की वजह से हमें विटामिन डी की कमी से गुजरना पड़ता है और विटामिन डी की कमी से ही सेरोटोनिन हॉर्मोन भी कम हो सकता है। ये दोनों समस्याएं मेंटल हेल्थ को नुकसान पहुंचा सकती हैं और डिप्रेशन, एंग्जायटी जैसे रोग पैदा कर सकती हैं। इस वजह से हर सुबह कम से कम 10 मिनट धूप में जरूर बिताएं।
मनुष्य में धैर्य प्रवर्ती की कमी को भी आज के समय महसूस किया जाता है जिस वजह से वह बार बार गुस्सा आना भी खतरनाक है देखिये और समझिये कभी-कभी गुस्सा आना सामान्य बात है, लेकिन अगर आपको अक्सर गुस्सा आता है तो यह खराब मानसिक स्वास्थ्य का लक्षण है। यह आपको मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक स्तर पर कमजोर बनाता है। इसलिए अपने बेहतर स्वास्थ्य के लिए लोगों को माफ करना सीखें… अपने दिमाग को आराम देना सीखे…हमारी यह आदते ही है जो इस शरीर को युवा अवस्था में बुढापे वाली जिदंगी को जिने के लिए मजबूर कर रही है इसलिए इन बातो का जरुर ध्यान रखे.