IPL News: IPL में ब्रेक दिलाने के नाम पर पांच लाख की ठगी, पैसा वापस मांगे तो दी धमकी, मामला दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस
खनऊ में खिलाड़ी अभिलेख सिंह से आईपीएल में ब्रेक दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी की गई. ठग ने अभिलेख से ब्रेक दिलाने और मदद करने के नाम पर पांच लाख रुपए की ठगी की. वहीं पैसे वापस मांगने पर पीड़ित को धमकी भी दी गई. जिसके बाद पूरा मामला पुलिस में जा पहुंचा.
IPL News: बॉलिवुड (Bollywood) में ब्रेक दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले, शोषण करने वालों के बार में आपने खूब सुना होगा. उसी तरह सरकारी नौकरी (Government Job) दिलाने के नाम पर भी ठगी करने वालों के बारे में आपने सुना होगा. लेकिन हाल ही में इससे कुछ मिलता झुलता मामला सामने आया है. लेकिन इस बार मामला ना बॉलिवुड (Bollywood) में ब्रेक दिलाने का है, ना ही सरकारी नौकरी (Government Job) दिलान का. इस बार आईपीएल (IPL) में ठगी करने का मामला सामने आया है. क्या है पूरा मामला बताते हैं आपको
IPL में ब्रेक दिलाने के नाम पर ठगी
ताजा मामला लखनऊ का है. जहां खिलाड़ी अभिलेख सिंह से आईपीएल (IPL) में ब्रेक दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी की गई. ठग ने अभिलेख से ब्रेक दिलाने और मदद करने के नाम पर पांच लाख रुपए की ठगी की. वहीं पैसे वापस मांगने पर पीड़ित को धमकी भी दी गई. जिसके बाद पूरा मामला पुलिस में जा पहुंचा.
पांच लाख की ठगी, पैसा वापस मांगने पर दी धमकी
पीड़ित ने गौतमपल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कर अपनी दास्तां बयां की. उन्होंने बताया कि वे लखनऊ के स्पोर्ट्स कॉलेज से पासआउट है. पीड़ित ने पुलिस को दी गई प्राथमिकी में कहा कि, वे 2019 में केडी सिंह बाबू स्टेडियम में एक प्रेक्ट्क्स मैच के दौरान कृष्ण कुमार झा से मिले थे. जहां कृष्ण कुमार झा ने पहले आईपीएल (IPL) में खेलने का लालच दिया. जिसके बाद 17 लाख रुपए की मांग की. लेकिन इतनी बड़ी राशि देना मेरे बस में नहीं थी. जिसके बाद उनसे एक दूसरे सौदे में मुझे एक राज्य से लिए खेलने को कहा. जिसके लिए उसने 5 लाख रुपये की मांगे. जिसके बाद मैंने पैसे लेकर उसे दे दिये. पैसे देने के बाद मुझे कुछ समय इंतजार करने के लिए कहा गया. जिसके बाद मुझे अरुणाचल प्रदेश में एक अतिरिक्त खिलाड़ी के रूप में रखा गया, लेकिन मुझे टीम में खेलने का मौका नहीं दिया गया. जो आईपीएल (IPL) खेलने के लिए एक जरूरी है.
मामला दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस
जब पीड़ित को खेलने का मौका नहीं मिला तो वे समझ गया की ये कोई साजिश है. जिसके बाद उनके पैसे वापस मांगे. जिस पर उसे धमकाया गया. वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए पीड़ित अपनी शिकायत लेकर पुलिस के पास पहुंचा. जिसके बाद पुलिस मामला दर्ज कर मामले की जांच में जुट गई है.