ICC CHAMPIONS TROPHY 2025: प्रेमानंद माहाराज ने दिया था Virat Kohli को मंत्र। लगाया शतक, खेली धमाकेदार पारी।
भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली का धार्मिक अवतार कुछ समय से देखा जा रहा है, वहीं सोशल मीडिया पर विराट के इस बदलाव को लेकर बड़ी चर्चाएं होती आ रही थी। अब लंबे समय से बल्ले से अपना जौहर ना दिखा पाने वाले विराट ने ICC CHAMPIONS TROPHY के ग्रुप स्टेज मैच में पाकिस्तान के खिलाफ एक जबर्दस्त शतक बना कर भारत को जीत दिलाई, पर क्या इसके पीछे स्वामी प्रेमानंद महाराज के आशीर्वाद का कमाल है?
ICC CHAMPIONS TROPHY 2025:हर खिलाड़ी के जीवन में एक ऐसा समय ज़रूर आता है जब वह एकदम निराश हो जाता है और आशा की कोई भी किरण नज़र नहीं आती है। कुछ ऐसे ही दौर से गुजर रहे विराट कोहली को जैसे एक चमत्कार जैसा कुछ मिल गया हो, मानो किसी ने कुछ ऐसा कर दिया हो जिसने विराट को एक अलग ही ऊर्जा दे दी हो। रविवार 23 फरवरी 2025 के दिन, लंबे समय से लय की तलाश कर कहे विराट कोहली जब ICC CHAMPIONS TROPHY 2025 में पाकिस्तान के सामने बल्लेबाजी करने मैदान में उतरे, तो करोड़ों दर्शक टकटकी लगाए बैठे थे कि बस विराट के बल्ले का जौहर देखने को मिल जाए और वह भी पाकिस्तान के खिलाफ, जो की हमेशा से भारत का एक कड़ा प्रतिद्वंद्वी रहा है। फिर आती है वह शानदार पारी जिसने करोड़ो भारतवासियों को मनमोहित कर दिया वहीं दुसरी तरफ़ करोड़ों पाकिस्तानी फैन्स के अरमानों को एक बार फिर से धरा का धरा छोड़ दिया। इसके पिछे विराट की लगन और मेहनत तो है ही लेकिन शोसल मिड़िया पर एक और वज़ह बहुत तेज़ी से वायरल हो रही है और वह है स्वामि प्रेमानंद जी महाराज से मुलाकात और आशीर्वाद प्राप्त करना।
माना जाता है कि प्रेमानंद माहाराज के दशर्न मात्र से ही लोगों के अंदर एक अलग उर्जा का संचार होता है और लोगों को जीवन में और आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है और कुछ ऐसा ही विराट के साथ भी हुआ, ना सिर्फ़ एक बल्कि दो बार। जी हाँ, कुछ ऐसा ही दौर 2022-2023 में विराट का पीछा छोड़ने का नाम नहीं ले रहा था, बल्ले से रन नहीं आ रहे थे और लोग विराट को क्रिकेट से संन्यास लेने तक की सलाह देने लगे थे, तब हमने देखा था विराट अपनी धर्मपत्नि अनुश्का के साथ जनवरी 2023 में विर्न्दावन पहुचे और महाराज प्रेमानंद के दशर्न कर आशीर्वाद पाप्त किए। जिसके बाद मैदान में एक अलग विराट देखने को मिले, एक ऐसे विराट जिनके आंखों में अलग तेज देखने को मिला और बल्ले में अलग धार देखने को भी मिला। ठीक वैसे ही दौर से फिर से जुझ रहे विराट एक बार फिर से जनवरी 2025 में अपनी धर्मपत्नि अनुश्का और दोनों बच्चों के साथ महाराज प्रेंमानंद के दशर्न करने पहुँचे। जिसका परिणाम फल स्वरूप 23 फरवरी 2025 के दिन देखने को मिला जब विराट ने अपने करियर का 51 शतक लगा कर सारे आलोचकों का मुंह बंद करवा दिया। शतक लगाने के बाद मानो विराट के चेहरे की मुस्कान मानो ये बयाँ कर रही थी कि जो विराट शायद एक समय पूजा-पाठ ऐसी चीजों में उतना विश्वास नहीं करते थे, उन्हें यह पता लग गया हो कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए मेहनत के साथ आस्था और धर्म का बल भी कितना ज़रूरी होता है।