
Himachal Pradesh News: हिमाचल में मानसून बना कहर: भारी बारिश से अब तक 48 की मौत, ब्यास नदी उफान पर
भारत में इस वर्ष मानसून ने समय से पहले दस्तक दी है, जिससे कई राज्यों में भारी बारिश का सिलसिला जारी है। सबसे अधिक प्रभाव हिमाचल प्रदेश में देखा जा रहा है, जहां लगातार बारिश ने तबाही मचा दी है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने राज्य के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया है।
Himachal Pradesh News: प्रभाव और जान-माल का नुकसान
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के चलते अब तक 48 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई लोग अभी भी लापता हैं। IMD ने भविष्यवाणी की है कि 6 जुलाई तक भारी बारिश जारी रहेगी, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है।
ब्यास नदी में जलस्तर खतरे के निशान पर
लगातार बारिश के कारण ब्यास नदी में जलस्तर बढ़ गया है। प्रशासन को मजबूरन अतिरिक्त पानी छोड़ना पड़ा, जिससे फ्लैश फ्लड (अचानक आई बाढ़) की आशंका बढ़ गई है। ब्यास नदी इस समय पूरी क्षमता से बह रही है।
मंडी जिला सबसे ज्यादा प्रभावित
139 सड़कें बंद
314 पावर ट्रांसफॉर्मर ठप, जिनमें गोहर (199), मंडी II (79), और जे नगर (18) प्रमुख हैं।
4 लोग बादल फटने (Cloudburst) में मरे और कई लापता हैं।
HPSDMA के अनुसार, 259 सड़कें अभी भी बंद हैं।
614 पावर डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर और 130 जल आपूर्ति योजनाएं बाधित हुई हैं।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को भी बारिश से राहत
दिल्ली में भी मानसून सक्रिय हो गया है जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली है, लेकिन पहाड़ी राज्यों में हो रही बारिश से नदियों में जलस्तर बढ़ रहा है, जिसका असर दिल्ली तक पहुंच सकता है।
Himachal Pradesh News: चेतावनी और सतर्कता
HPSDMA और स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे नदियों के किनारे न जाएं और आवश्यक होने पर ही यात्रा करें। स्कूलों को बंद किया गया है और बचाव दल राहत कार्यों में जुटे हैं।
निष्कर्ष
हिमाचल प्रदेश इस समय भीषण प्राकृतिक आपदा का सामना कर रहा है। सरकार और राहत एजेंसियों को तेज़ी से काम करने की आवश्यकता है ताकि और जान-माल की क्षति को रोका जा सके। लोगों को सतर्क रहने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की अपील की गई है।