
G7 Summit 2025: G7 समिट में भारत की दमदार मौजूदगी आतंकवाद के खिलाफ PM मोदी का सख्त संदेश”
हाल ही में कनाडा के कानानास्किस में आयोजित 51वें G7 समिट में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की मजबूत विदेश नीति और वैश्विक दृष्टिकोण को एक बार फिर दुनिया के सामने रखा । प्रधानमंत्री ने समिट के" Outreach Session on Energy Security" में भाग लेते हुए आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाने का आह्वान किया और कहा कि जो देश आतंकवाद को समर्थन देंगे, उन्हें उसकी कीमत चुकानी होगी । यह टिप्पणी उन्होंने पाकिस्तान का नाम लिए बिना की ।
G7 Summit 2025: प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर हाल ही में जम्मू- कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की भी चर्चा की, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे । इस हमले के जवाब में भारत द्वारा चलाए गए’ ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए गए ।
G7 समिट प्रधानमंत्री मोदी का पहला बहुपक्षीय दौरा था इस सैन्य कार्रवाई के बाद । उन्होंने वैश्विक नेताओं से आतंकवाद के खिलाफ संगठित प्रयास करने की अपील की और कहा कि वैश्विक शांति और समृद्धि के लिए आतंकवाद का समर्थन करने वाले देशों के खिलाफ कठोर कदम जरूरी हैं ।
इसके अलावा, PM मोदी ने ऊर्जा सुरक्षा के लिए हरित और सतत समाधान की आवश्यकता पर बल दिया और भारत की वैश्विक पहलों जैसे ISA( अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन), CDRI( आपदा लचीली आधारभूत संरचना गठबंधन) और Global Biofuels Alliance की जानकारी दी ।
G7 Summit 2025: प्रधानमंत्री ने’ Global South’ की आवाज़ को विश्व मंच पर उठाने की भारत की प्रतिबद्धता भी दोहराई । समिट के दौरान उन्होंने मात्र दस घंटों में नौ वैश्विक नेताओं से मुलाकात की और व्यापार, अर्थव्यवस्था और द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा की । इनमें कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ब्रिटेन के पीएम कीर स्टारमर, इटली की जॉर्जिया मेलोनी, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली जे- म्युंग और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बेनीज़ शामिल थे ।
इस समिट में भारत ने यह स्पष्ट कर दिया कि वह न केवल आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक नेतृत्व करेगा, बल्कि वैश्विक विकास, ऊर्जा सुरक्षा और हरित भविष्य में भी अग्रणी भूमिका निभाएगा ।