Delhi-Mumbai Express Way : मात्र 12 घंटे में दिल्ली से मुंबई का सफर

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस हाईवे फेज-1 बनकर तैयार हो चुका है. जिसका पीएम मोदी ने उद्घाटन किया. जिसे 15 फरवरी से आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा. दिल्ली में डीएनडी फ्लाईओवर महारानी बाग से इस एक्सप्रेसवे की शुरुआत होगी. दिल्ली से मुंबई यात्रा करने वाले लोगों के लिए ये एक बहुत बड़ी खुशखबरी है. दिल्ली से हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात से होकर गुजरने वाले दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेसवे से दिल्ली से मुंबई तक का सफर महज 12 से 13 घंटे में पूरा कर सकेंगे.

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Delhi-Mumbai Express Way : दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे (Delhi to Mumbai Express Way) फेज-1 बनकर तैयार हो चुका है. जिसका पीएम मोदी (PM Modi) ने उद्घाटन किया. जिसे 15 फरवरी से आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा. दिल्ली (Delhi) में डीएनडी (DND) फ्लाईओवर महारानी बाग (Maharani Bagh) से इस एक्सप्रेस-वे (Express Way) की शुरुआत होगी. दिल्ली से मुंबई (Delhi to Mumbai) यात्रा करने वाले लोगों के लिए ये एक बहुत बड़ी खुशखबरी है. दिल्ली से हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात से होकर गुजरने वाले दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेसवे से दिल्ली से मुंबई तक का सफर महज 12 से 13 घंटे में पूरा कर सकेंगे.

 

एक्सप्रेस-वे बनाने में कितना खर्च आया

 

एक्सप्रेस-वे की आधारशिला 9 मार्च 2019 को रखी गई थी. इस एक्सप्रेस-वे की लंबाई 246 किलोमीटर है. ये एक्सप्रेस-वे 12,150 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बना है. इस एक्सप्रेस वे के शुरु होने से दिल्ली से जयपुर (Jaipur) की यात्रा लगभग 3.5 घंटे में कर सकेंगे. अगर बात करें पूरी परियोजना की तो, 1,386 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस-वे को 98,000 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे की खासियत ?

 

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे (Delhi to Mumbai Express Way) देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे होगा. ये दिल्ली और मुंबई के बीच संपर्क, व्यापार को बढ़ाएगा. ये एक्सप्रेस-वे पर 93 पीएम गति शक्ति टर्मिनल के साथ आठ प्रमुख हवाई अड्डों और आठ मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क, जेवर हवाई अड्डे, नवी मुंबई हवाई अड्डे के साथ-साथ जवाहर लाल नेहरू बंदरगाह जैसे नए आने वाले ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों को भी जोड़ेगा. एक्सप्रेस वे दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र के छह राज्यों से गुजरेगा, जिससे आर्थिक केंद्रों से कनेक्टिविटी में सुधार मिलेगा. इस एक्सप्रेस-वे से साल में कई करोड़ लीटर ईंधन की बचत होगी. साथ ही वातावरण को नुकसान पहुंचान वाली कार्बन डाई ऑक्साईड में भी कमी आएगी.

कितना मजबूत है एक्सप्रेस-वे

 

दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi to Mumbai Express Way) में जर्मन तकनीक (German Technology) का इस्तेमाल किया गया है. जिससे ये आने वाले 50 साल तक ऐसा ही रहेगा. वहीं एक्सप्रेस-वे (Express Way) की सुरक्षा को लेकर 500 मीटर पर सीसीटीवी (CCTV) कैमरे भी लगाए गए है. इसी के साथ पूरे एक्सप्रेस-वे (Express Way) पर कहीं भी स्पीड ब्रेकर नहीं है. वहीं यात्रियों की सुरक्षा को लेकर सड़क पर कोई जानवर ना आए इसके लिए खास इंतजाम भी किए गए हैं.

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