Bengal Panchayat Elections: बंगाल पंचायत चुनावों में हिंसा के बाद कांग्रेस ने हाईकोर्ट में दायर की याचिका चुनाव रद्द करने की अपील
Bengal Panchayat Elections 2023: पिछले एक महीने से हिंसा और तनाव के चलते आखिरकार 9 जुलाई को संपन्न हुए। राज्य चुनाव आयोग के मुताबिक, राज्य के 22 जिलों की 63,229 ग्राम पंचायतों, 9730 पंचायत समिति तथा 928 जिला परिषद की सीटों पर लगभग 5.67 करोड़ मतदाताओं ने मतदान किया। 8 जून को चुनावों के ऐलान के बाद पश्चिम बंगाल में करीब एक दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। चुनावों को शांतिपूर्ण संपन्न करवाने के लिए केंद्रीय सुरक्षा बलों के 65,000 सुरक्षाकर्मियों के साथ-साथ 70,000 राज्य पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था।
कांग्रेस की तरफ से हाईकोर्ट में याचिका दायर
कांग्रेस नेता कौस्तव बागची ने चुनावों के दौरान हुई अनियमितताओं के चलते कलकत्ता उच्च न्यायालय में याचिका दायर की। कांग्रेस ने हाईकोर्ट में दायर याचिका पर तत्काल सुनवाई का अनुरोध किया है जिसमें पश्चिम बंगाल में शनिवार को हए पंचायत चुनावों को हिंसा, तनाव एवं हत्या की घटनाओं के कारण अमान्य घोषित करने का आग्रह किया गया है. उन्होंने कहा, मैंने अनुरोध करता हूं कि अदालत स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए हिंसा और हत्या की घटनाओं तथा उच्च न्यायालय के पहले के आदेशों के उल्लंघन पर स्वत: संज्ञान लेगी।
बंगाल की जनता बदलाव चाहती हैं माकपा
उधर, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने कहा, कि इस बार बंगाल की जनता बदलाव चाहती हैं। चुनावों में तमाम तरीके से हुई गड़बड़ियों को रोकने के लिए राज्य चुनाव आयोग से अपील भी की थी। जिसके कारण पश्चिम बंगाल में सही तरीके से पंचायती राज का गठन किया जा सकें। जो आने वाले समय में बंगाल के लोगों की सेवा कर सकें। माकपा ने आरोप लगाते हुए कहा, कि भाजपा व ममता सरकार के बीच चल रहा राजनीतिक संघर्ष बंगाल की जनता और विकास में बाधा बन रहा हैं।