एक घंटे में नेता प्रतिपक्ष से Deputy सीएम बने Ajit Pawar, आखिर कैसे हुआ इतना बड़ा राजनीतिक फेरबदल ?
Maharashtra Politics: रविवार का दिन महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा सियासी उलटफेर देखने को मिला. एनसीपी के वरिष्ठ नेता अजित पवार एक घंटे के अंदर ही नेता प्रतिपक्ष से महाराष्ट्र के दूसरे डिप्टी सीएम बन गए हैं। महाराष्ट्र में उठे इस सियासी भूचाल ने मुंबई से लेकर दिल्ली तक के सियासी गलियारों की सरगर्मी को तेज कर दिया है। किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी और बैठक करने के बाद पवार समर्थक विधायकों के साथ राजभवन पहुंचे. जहां उन्होंने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। अजीत पवार के साथी अनेकों आधा दर्जन से अधिक विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ग्रहण की।
2019 के बाद दूसरी बार हुई बगावत
वर्ष 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के बाद दूसरी बार महाविकास अघाड़ी गठबंधन में बगावत देखने को मिली। भाजपा और शिवसेना में सीएम की कुर्सी के लिये बात नहीं बनने पर शिवसेना प्रमुख उध्दव ठाकरे ने कांग्रेस, और एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बनाई और स्वयं मुख्यमंत्री बने। लेकिन एकनाथ शिंदे के बगावत करने के कारण वह अलग हो गए।
शिंदे की राह पर चले अजीत पवार
उध्दव ठाकरे से अलग होकर एकनाथ शिंदे ने अपने समर्थित विधायकों के साथ बीजेपी का साथ लेकर सरकार बनाई तथा खुद महाराष्ट्र के सीएम की कुर्सी पर विराजमान हुए। इस प्रकार से बालासाहेब की शिवसेना उध्दव और एकनाथ शिंदे दो गुटों में बंट गई। उसी प्रकार, अब अजीत पवार ने एनसीपी में अपने समर्थित विधायकों का साथ लेकर डिप्टी सीएम की शपथ ग्रहण की है। अब देखना लाजमी होगा कि एनसीपी की आगे की रणनीति अजीत पवार के लिए किस तरीके से काम करेगी।