AIMIM Chief: सुप्रीम कोर्ट ने 17 जनवरी, 2024 को श्रीकृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह विवाद में इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले पर रोक लगा दी है। हाईकोर्ट ने मस्जिद के सर्वे का आदेश दिया था, जिस पर अदालत की तरफ से रोक लगाई गई है। इस फैसले के बाद ऑल इंडिया मजलिस-ए- इत्तेहादुल मुस्लिमी के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसा है। ओवैसी ने ट्विटर पर लिखा, अब तो प्रधानमंत्री मोदी को पूजा स्थल अधिनियम 1991 का बचाव करना चाहिए। उन्होंने बाबरी मस्जिद विवाद में कहा था कि यह संविधान की मूल संरचना से आता है। अगर वह इस अधिनियम का बचाव करते हैं, तो कोई भी विवाद नहीं होगा।
सरकार सुप्रीम कोर्ट से क्यों नहीं होती सहमत
ओवैसी ने कहा, सरकार सुप्रीम कोर्ट से सहमत क्यों नहीं होती । सुप्रीम कोर्ट ने सही चीज की है। उन्होंने शांति और सौहार्द बनाए रखने के लिए रोक लगाई है। ओवैसी के इस ट्वीट पर लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कुछ लोग ओवैसी के समर्थन में हैं, जबकि कुछ लोग उनकी आलोचना कर रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि ओवैसी सही कह रहे हैं और सरकार को पूजा स्थल अधिनियम का बचाव करना चाहिए। अन्य लोगों का कहना है कि ओवैसी राजनीति कर रहे हैं और उनका तंज बेवजह है।
ये भी पढ़ें- Rahul Gandhi ने नागालैंड में PM Modi पर कसा तंज, बोले- 9 साल पहले किया वादा नहीं हुआ पूरा…
धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार का उल्लंघन
ओवैसी के अनुसार, सरकार का ऐसा करना धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार का उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि पूजा स्थल अधिनियम 1947 में लागू किया गया था और इसका उद्देश्य धार्मिक स्थलों की स्थिति को 15 अगस्त, 1947 की स्थिति के अनुसार बनाए रखना था। ओवैसी ने कहा कि सरकार इस अधिनियम को निरस्त करने की कोशिश कर रही है ताकि धार्मिक स्थलों का स्वामित्व बदला जा सके। ओवैसी ने कहा कि सरकार को चाहिए कि वह पूजा स्थल अधिनियम का बचाव करे और धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार को सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ऐसा करती है तो देश में धार्मिक शांति और सद्भाव बनी रहेगी।
ये भी पढ़ें- Akhilesh Yadav का गठबंधन में शामिल ना होने को लेकर Mayawati पर पलटवार, बोले- ऊपर से है दबाव…
देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘Saugandh TV’ को अभी subscribe करें. आप हमें FACEBOOK,और INSTAGRAM पर भी फॉलो कर सकते हैं.