8.8 Magnitude Earthquake-Strikes Russia: कामचटका से जापान तक सुनामी का खतरा

रूस के सुदूर पूर्वी क्षेत्र कामचटका प्रायद्वीप में बुधवार की सुबह पृथ्वी की भयावह ताकत का अहसास हुआ जब 8.8 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया। यह भूकंप 2011 के बाद दुनिया का सबसे शक्तिशाली भूकंप माना जा रहा है। इस जोरदार कंपन ने न सिर्फ रूस को हिला दिया बल्कि पूरे उत्तरी प्रशांत महासागर क्षेत्र में सुनामी का अलर्ट जारी कर दिया गया।

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8.8 Magnitude Earthquake-Strikes Russia: यह भूकंप 1952 के बाद का सबसे शक्तिशाली भूकंप था, जिसके बाद लगातार तेज आफ्टर शॉक्स महसूस किए गए। भूकंप वैज्ञानिकों का कहना है कि आने वाले हफ्तों में 7.5 तीव्रता के और झटके महसूस किए जाने की आशंका हैं, जिससे क्षेत्र में भय का माहौल बना हुआ है।

भूकंप के तुरंत बाद उत्तरी कुरिल्स्क (North Kurilsk) में समुद्र की लहरों ने कहर बरपाया। सुनामी की लहरों ने स्थानीय बस्ती और एक मछली पकड़ने की फैक्ट्री को बुरी तरह प्रभावित किया। जलभराव के कारण जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया और आपातकालीन सेवाओं को अलर्ट पर रखा गया।

कामचटका, कुरिल द्वीप समूह और जापान के कई हिस्सों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया। यहाँ तक कि हवाई, अलास्का और न्यूज़ीलैंड तक के समुद्री तटों पर भी सुनामी सायरन बजाए गए। समुद्री गतिविधियों पर रोक लगाई गई और तटीय क्षेत्रों में लगातार निगरानी रखी जा रही है।

8.8 Magnitude Earthquake-Strikes Russia: इस विनाशकारी आपदा ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि प्रकृति की ताकत के सामने तकनीक भी कभी-कभी बौनी साबित हो जाती है। राहत एजेंसियाँ और सरकारें राहत व बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। लोगों से अपील की गई है कि वे अफवाहों से बचें और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें।

निष्कर्षतः यह भूकंप न सिर्फ रूस के लिए बल्कि पूरे प्रशांत महासागर क्षेत्र के लिए एक चेतावनी है कि भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए सतर्कता और तैयारी हमेशा बनी रहनी चाहिए।

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