बृजभूषण शरण सिंह क्यों नहीं हो पा रहा है गिरफ्तार, वजह आपको चौंका देगी
जिस बृज भूषण की चर्चा इन दिनों देश दुनिया में हो रही है…जिस बृज भूषण पर गुंडा एक्ट….गैंगस्टर एक्ट सहित अंडरवर्ल्ड तक के लिंक रखने की बातें कई बार सामने आ चुकी हैं …उस बृज भूषण को आखिर क्यों अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया…जरा सोचिए बृजभूषण का कद कितना बड़ा और मजबूत होगा जो कई आरोप लगने के बाद भी उसका कोई बाल तक बांका नहीं कर पा रहा…जो बीजेपी माफियाओं को मिट्टी में मिलाने का दम भरती है वही बीजेपी भूषण के रसूख के आगे अब इतनी बौनी हो गई है कि पॉक्सो एक्ट से लेकर कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हो जाने के बाद भी अब तक बृज भूषण पर कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है…लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर बृज भूषण के रसूख की पूरी कहानी क्या है…आखिर कौन है वो जिसके संरक्षण में बृज भूषण दिन प्रतिदिन फलता और फूलता जा रहा है…चलिए आपको बताते हैं।
दरअसल अपराध के बूते राजनीति में जगह बनाने वाले बृजभषण पार्टी में अपना अलग कद रखते हैं… बृजभूषण शरण सिंह की गिनती यूपी के दबंग नेताओं में होती है और पिछले तीन दशक से वो राजनीति में सक्रिय हैं….खबर तो ये भी है कि बृज भूषण के तार सीधे पीएमओ से इस कदर जुड़े हुए हैं कि जब तक उपर से बृज भूषण को लेकर कोई आदेश नहीं आता पार्टी में पत्ता तक नहीं हिलता…जिसका उदाहरण हम सबने देखा जब भूषण ने खुद अपने बयानों के दौरान ये कहा था कि जब तक पीएम मोदी मुझे इस्तीफे के नहीं बोलते मैं इस्तीफा नहीं दूंगा…हालांकि ये कोई पहली बार नहीं है जब भूषण के खिलाफ इस तरीके से आरोप दर्ज किए गए हों…इसके पहले भी कई बार गंभीर धाराओं में भूषण के खिलाफ आवाज उठाने का जिस जिस ने काम किया उस की आवाज को दबा दिया गया..और इसके पीछे कारण है इलाके में बृज का दबदबा होना…यही नहीं भूषण बीजेपी के दिग्गज नेताओं में शुमार हैं और यूपी के लिहाज से पार्टी के लिए बड़ा नाम हैं…उत्तर प्रदेश में क्षत्रीय समुदाय में खासा प्रभाव रखते हैं और यही वजह है कि बीजेपी कई गभीर आरोपों के बाद भी भूषण का बाल तक बांका नहीं कर पा रही….बृजभूषण अवध के एक क्षेत्र के दबंग नेता हैं। कैसरगंज, श्रावस्ती, बहराइच इस इलाके की तीन लोकसभा और 12 विधानसभा की सीटों पर उनका अच्छा खासा दखल है तो ब्रजभूषण सिंह के नाराज होने का मतलब इन इलाकों में पार्टी को डैमेज करना होगा…इतनी गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज होने के बावजूद कोई कार्रवाई ना होने के पीछे कारण उनके राजनीतिक रसूख को ही बताया जा रहा है। साफ है कि उन्हें बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व की ओर से पूरी तरह से संरक्षण मिला हुआ है लेकिन यह भी सच है कि इतने गंभीर आरोपों के बाद गिरफ्तारी से बच पाना मुश्किल ही है।