Autorikshaw Strike: कल दिल्ली में ऑटो रिक्शा चालकों की हड़ताल होने जा रही है, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं इस हड़ताल की वजह और इसके असर के बारे में।
लगातार बढ़ रही ईंधन की कीमत
दिल्ली में कल ऑटो रिक्शा चालक एक दिन की हड़ताल पर रहेंगे। इस हड़ताल का आह्वान किया गया है ताकि सरकार पर दबाव डाला जा सके कि वे ऑटो रिक्शा चालकों की मांगों पर ध्यान दें। ऑटो यूनियनों का कहना है कि वे लंबे समय से ईंधन की बढ़ती कीमतों, नए नियमों और अन्य समस्याओं के कारण आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं। इनकी मांग है कि किराए में बढ़ोतरी की जाए और सरकार उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करे।
यात्रियों को हो सकती है परेशानी
यात्री, विशेष रूप से वे जो सार्वजनिक परिवहन पर निर्भर हैं, इस हड़ताल से काफी प्रभावित हो सकते हैं। जिन लोगों को कल यात्रा करनी है, उन्हें पहले से वैकल्पिक व्यवस्था कर लेनी चाहिए। अब देखना ये है कि सरकार इस हड़ताल को लेकर क्या कदम उठाती है और क्या यात्री इससे होने वाली असुविधा से बचने के लिए कोई समाधान ढूंढ पाते हैं।
सरकार क्यूं नहीं दे रही हमारी मांगों पर ध्यान?
आपको बता दें कि ऑल दिल्ली ऑटो टैक्सी ट्रांसपोर्टर्स कांग्रेस यूनियन ने दिल्ली-एनसीआर में 22 और 23 अगस्त को दो दिवसीय चक्का जाम और हड़ताल करने का ऐलान कर दिया है। इस संगठन के पदाधिकारी आज जंतर मंतर पर अपनी मांगों को लेकर धरना देने जा रहें हैं, यूनियन के अध्यक्ष किशन वर्मा का कहना है कि हम पिछले कई महीनों से केंद्र और दिल्ली सरकार के अधिकारियों और मंत्रियों को पत्र लिखकर ऑटो टैक्सी चालकों की समस्याओं से अवगत भी किया है, और इनके समाधान के लिए बैठक बुलाने की मांग भी की है, लेकिन हमारी मांगों पर अभी तक किसी ने भी ध्यान नहीं दिया है , जिसके चलते हम अपने हक के लिए यह लड़ाई लड़ने जा रहें हैं।