Tension Between Thailand-Cambodia: ता मुएन थॉम मंदिर के पास हुआ संघर्ष
थाईलैंड और कंबोडिया की सेनाओं के बीच हाल ही में सीमा विवाद ने एक गंभीर मोड़ ले लिया है। दोनों देशों के सैनिकों के बीच ता मुएन थॉम मंदिर के निकट एक विवादित क्षेत्र में झड़प हुई है। यह संघर्ष गुरुवार सुबह शुरू हुआ जब दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर पहले गोली चलाने का आरोप लगाया।
Tension Between Thailand-Cambodia: थाई सैन्य अधिकारियों का कहना है कि कंबोडियाई सैनिकों ने पहले फायरिंग की, जो कि थाईलैंड की सुरिन प्रांत की दक्षिणी सीमा पर स्थित ता मुएन थॉम मंदिर के समीप हुई। यह इलाका लंबे समय से दोनों देशों के बीच विवाद का केंद्र रहा है। दूसरी ओर, कंबोडिया के रक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि उनके सैनिकों ने आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की क्योंकि थाई सैनिकों ने पहले गोलीबारी शुरू की थी।
थाई अधिकारियों के अनुसार, संघर्ष से पहले कंबोडिया ने एक निगरानी ड्रोन भेजा था और उसके बाद भारी हथियारों से लैस सैनिकों को तैनात किया। इस झड़प में कम से कम दो थाई सैनिक घायल हो गए। इस घटनाक्रम के बाद कंबोडिया की रक्षा मंत्रालय की प्रवक्ता माली सोचेटा ने बयान देते हुए कहा कि कंबोडियाई सैनिकों ने अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए कदम उठाया। उन्होंने थाईलैंड पर कंबोडिया की सीमा का उल्लंघन करने का आरोप लगाया।
Tension Between Thailand-Cambodia: इससे पहले थाईलैंड ने कंबोडिया में अपने राजदूत को एक लैंडमाइन विस्फोट में थाई सैनिक के घायल होने के बाद वापस बुला लिया था। कंबोडिया के पूर्व प्रधानमंत्री हुन सेन और वर्तमान प्रधानमंत्री हुन मानेट ने जनता से संयम बरतने की अपील करते हुए कहा कि देश हमेशा शांति से समाधान चाहता है, लेकिन यदि कोई देश आक्रमण करता है, तो जवाब देना जरूरी हो जाता है।
थाईलैंड के कार्यवाहक प्रधानमंत्री फुमथम वेचायचाई ने भी इस मुद्दे को “संवेदनशील” बताते हुए कहा कि इसे अंतरराष्ट्रीय कानूनों के अनुसार संभालने की आवश्यकता है।
यह सीमा विवाद एक बार फिर यह दर्शाता है कि दक्षिण पूर्व एशिया में ऐतिहासिक मंदिरों और सीमाओं को लेकर चल रहे विवाद कितने गहरे और संवेदनशील हैं। दोनों देशों को चाहिए कि वे कूटनीतिक वार्ता के माध्यम से समाधान निकालें ताकि क्षेत्रीय शांति और स्थिरता बनी रहे।