Ram Mandir Pran Pratishtha: “रामलला के दरबार में नवजीवन का संचार: अयोध्या में भव्य प्राण प्रतिष्ठा संपन्न”

अयोध्या नगरी एक बार फिर भक्ति, श्रद्धा और उत्सव के रंगों में रंग गई जब 5 जून 2025 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में राम मंदिर में भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी की प्राण-प्रतिष्ठा विधि सम्पन्न हुई। यह आयोजन गंगा दशहरा के शुभ अवसर पर सम्पन्न हुआ, जो आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है।

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Ram Mandir Pran Pratishtha: इस महाआयोजन में वैदिक मंत्रोच्चार, आचार्यों द्वारा विशेष यज्ञ एवं पूजा विधियां संपन्न की गईं। मंदिर में स्थापित नई मूर्तियों की प्राण-प्रतिष्ठा के लिए देशभर के 121 विद्वान ब्राह्मणों द्वारा विशेष अनुष्ठान किया गया। प्रभु श्रीराम की बाल स्वरूप प्रतिमा को श्रद्धा और विधि-विधान के साथ गर्भगृह में स्थापित किया गया, जिसे देखकर हर भक्त भावविभोर हो गया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा –
“आज का दिन अयोध्या ही नहीं, समस्त भारतवर्ष के लिए गौरव का क्षण है। यह केवल मंदिर नहीं, यह सनातन संस्कृति और आस्था का केंद्र है।”

उन्होंने कहा कि राम मंदिर का निर्माण केवल एक भौतिक संरचना नहीं, बल्कि भारतीय जनमानस की आत्मा का पुनर्जागरण है। उन्होंने मंदिर निर्माण में योगदान देने वाले सभी संतों, दानदाताओं और रामभक्तों को नमन किया।

Ram Mandir Pran Pratishtha: इस ऐतिहासिक अवसर पर भारी संख्या में श्रद्धालु, साधु-संत, राजनीतिक और आध्यात्मिक नेता उपस्थित रहे। अयोध्या की सड़कों पर भक्ति संगीत, फूलों की सजावट और जय श्रीराम के नारों से वातावरण गूंज उठा। सुरक्षा व्यवस्था बेहद सख्त रही, जिससे पूरा कार्यक्रम बिना किसी अवरोध के शांतिपूर्वक सम्पन्न हुआ।

प्राण-प्रतिष्ठा के पश्चात महाआरती और भंडारे का आयोजन भी हुआ, जिसमें लाखों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। यह आयोजन न केवल धार्मिक बल्कि राष्ट्रीय चेतना का प्रतीक बन गया है।

यह प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम भारत के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय के रूप में अंकित हो गया है।

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