प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण को लेकर महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार कर रहे हैं, इस दौरान पीएम मोदी ने माढ़ा में एक रैली को संबोधित किया और एनसीपी के संस्थापक शरद पवार पर निशाना साधा, पीएम मोदी ने कहा कि 15 साल पहले एक प्रमुख नेता चुनाव लड़ने के लिए माढ़ा आए थे उस समय के लोग कहते हैं कि इस महान नेता ने डूबते सूर्य की उपस्थिति में माढ़ा लोकसभा के सूखाग्रस्त क्षेत्र को पानी देने की शपथ ली थी लेकिन उन्होंने यह वादा पूरा नहीं किया. तो क्या आप ऐसे लोगों को सजा नहीं देंगे?
पीएम मोदी का शरद पवार पर कटाक्ष
प्रधानमंत्री मोदी ने सभा में शरद पवार पर निशाना साधते हुए आगे कहा कि अब उन्हें सजा देने का समय आ गया है, इससे पहले भी पीएम मोदी ने शरद पवार पर हमला बोला था और आज फिर लगातार दूसरे दिन नरेंद्र मोदी ने शरद पवार पर हमला बोला है। पीएम मोदी नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में केंद्रीय कृषि मंत्री के रूप में शरद पवार के कार्यकाल का जिक्र करते हुए कहा कि, देश में कांग्रेस सरकार के दौरान प्रमुख नेता देश के कृषि मंत्री थे उस समय गन्ने का एफआरपी रेट 200 रुपये था हालांकि, आज मोदी सरकार में गन्ने का एफआरपी 340 रुपये प्रति क्विंटल है जब ये महान नेता कृषि मंत्री थे, तो गन्ना किसान बकाया बिलों का भुगतान पाने के लिए चीनी आयोग के कार्यालय में भीड़ लगाते थे।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि आज देश में गन्ने के बकाया का 100 प्रतिशत एफआरपी भुगतान किया जाता है 2014 में गन्ना एफआरपी के बकाये के लिए 57 हजार करोड़ रुपये की राशि वितरित की गई थी। इस साल यही रकम 1 लाख 14 करोड़ है जिसमें से 32 हजार करोड़ रुपये महाराष्ट्र के गन्ना किसानों को मिल चुके हैं। शरद पवार जब 2014 से पहले कृषि मंत्री थे तो उन्होंने इस समस्या का समाधान नहीं निकाला जब हमारी सरकार आई तो हमने इस समस्या का समाधान किया हमने चीनी मिलों को 10 हजार करोड़ की राहत देकर पुराना इनपुट टैक्स माफ किया, प्रधानमंत्री मोदी ने दावा किया कि इससे गन्ना उत्पादक किसानों को बड़ा फायदा हुआ।
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