चारधाम में उड़ान भरने वाले हेलीकॉप्टर के पायलट को मिलेगी ट्रेनिंग, दुर्घटना में पिछले साल मरे थे 7 लोग

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चारधाम यात्रा के दौरान हुईं दुर्घटनाओं को देखते हुए नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) हिमालय क्षेत्र में हेलिकॉप्टर उठाने वाले पायलटों को अलग से ट्रेनिंग देगी। इस सीजन से चार धाम यात्रा के दौरान 10,000 फीट की ऊंचाई पर बने हेलीपैड पर यात्रियों को लाने-ले जाने वाले पायलटों के लिए एक जांच शुरू की थी। इस जांच में इस बात का पता लगाया गया कि हेलिकॉप्टर यात्रा को कैसे ज्यादा सुरक्षित बनाया जा सकता है।

पिछले साल हेलिकॉप्टर क्रैश में हुई थी 7 की मौत
केदारनाथ में श्रद्धालुओं को ले जा रहा हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया। हादसे में 1 पायलट समेत 7 लोगों की मौत हो गई है। हादसे की वजह खराब मौसम और कोहरा बताया जा रहा है। घने कोहरे की वजह से हेलिकॉप्टर जमीन से टकरा गया। इसके बाद हेलिकॉप्टर में आग लग गई।

वहीं इस साल अप्रैल में उत्तराखंड सिविल एवियशन डेवलपमेंट अथॉरिटी (यूकाडा) के अफसर हेलीकॉप्टर के टेल रोटर की चपेट में आ गये। रोटर की ब्लेड से गर्दन कट जाने से मौके पर ही उनकी मौत हो गई। इस हादसे की जांच के आदेश DGCA ने दिए थे।

25 अप्रैल से शुरू हो चुकी है केदारनाथ यात्रा
केदारनाथ यात्रा इस साल 25 अप्रैल से शुरू हो चुकी है। 20-23 अप्रैल तक किए गए निरीक्षण के बाद DGCA ने 7 ऑपरेटरों द्वारा हेलिकॉप्टर शटल सेवा भी उसी दिन से शुरू कर दी थी।

2013 में केदारनाथ में सबसे बड़ा हेलिकॉप्टर हादसा
25 जून 2013 को केदारनाथ में सबसे बड़ा हेलिकॉप्टर हादसा हुआ था। उस साल राज्य सबसे बड़ी त्रासदी से गुजरा था। बाढ़ में फंसे लोगों के लिए चलाए गए रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान सेना का एक MI-17 हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था। हादसे की वजह खराब मौसम बताई गई थी। इसमें पायलट, को-पायलट समेत 20 जवान शहीद हुए थे।

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