
Online Gaming Banned: महाराष्ट्र में ऑनलाइन गेमिंग पर बैन की तैयारी: युवाओं की मानसिक सेहत को लेकर सरकार सख्त
महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में ऑनलाइन गेमिंग के बढ़ते खतरे को देखते हुए इस पर बैन लगाने की संभावनाओं को टटोलना शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हाल ही में विधानसभा में यह स्पष्ट किया कि ऑनलाइन गेमिंग से युवाओं की मानसिक सेहत पर गहरा असर पड़ रहा है और यह उन्हें आर्थिक रूप से भी बर्बाद कर रहा है।
Online Gaming Banned: मुख्यमंत्री फडणवीस ने बताया कि ऑनलाइन गेमिंग को रेगुलेट करने की शक्ति केंद्र सरकार के पास है। उन्होंने इस संबंध में केंद्रीय सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव से बातचीत की है और केंद्र सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है।
विधानसभा में सभी दलों के विधायकों ने चिंता जताई कि किस तरह ऑनलाइन जुए और गेमिंग के कारण अपराधों में वृद्धि हो रही है। कई मामलों में यह देखा गया है कि युवा भारी कर्ज में डूबकर मानसिक दबाव में आत्महत्या तक कर रहे हैं।
शिवसेना विधायक कैलाश पाटिल ने एक दिल दहला देने वाला मामला उजागर किया जिसमें एक व्यक्ति ने अपने ऑनलाइन गेमिंग की लत के चलते अपनी ज़मीन और घर बेच दिए। भारी कर्ज में डूबने के बाद उसने अपनी गर्भवती पत्नी, दो साल के बेटे की हत्या कर आत्महत्या कर ली।
Online Gaming Banned: फडणवीस ने यह भी कहा कि पिछले 4-5 वर्षों में यह समस्या और गंभीर हो गई है। राज्य सरकार ने कानूनी विकल्पों की जांच की है, लेकिन अधिकांश वेबसाइटें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होस्ट की गई हैं, जिससे राज्य के पास सीधे कार्रवाई करने का अधिकार नहीं है।
उन्होंने कहा, “हम केंद्र सरकार के साथ मिलकर इस समस्या के समाधान के लिए प्रतिबद्ध हैं। जैसे डांस बार्स पर बैन लगाया गया था युवाओं की सुरक्षा के लिए, वैसे ही अब ऑनलाइन गेमिंग पर भी ठोस कदम उठाने का समय आ गया है।”
निष्कर्ष:
ऑनलाइन गेमिंग और जुए की लत अब केवल मनोरंजन का विषय नहीं रह गई, यह एक सामाजिक समस्या बनती जा रही है। महाराष्ट्र सरकार की पहल एक आवश्यक कदम है जिसे पूरे देश में दोहराया जाना चाहिए।