Mumbai: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे ने आज मुंबई में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की. जिसके एक दिन बाद यानि 9 नवंबर को मातोश्री में पार्टी की बैठक बुलाई है. शिवसेना (UBT) की ये बैठक दोपहर करीब 1 बजे होने की उम्मीद है. कल शरद पवार से मुलाकात के बाद से अटकलें लगाई जा रही हैं, कि उध्दव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवनसेना कुछ महत्वपूर्ण फैसले ले सकती है. जिसमें महाराष्ट्र की राजनीति में कुछ उथल-पुथल देखने को मिल सकती है.
मराठा आरक्षण की मांग तेज
शिवसेना प्रमुख द्वारा यह बैठक ऐसे समय बुलाई गई है, जब महाराष्ट्र सरकार मराठा आरक्षण के मुद्दे और कार्यकर्ता मनोज जारांगे के नेतृत्व वाले आंदोलन का सामना कर रही है. जारांगे ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार के लिए कोटा पर निर्णय लेने के लिए 2 जनवरी की समय सीमा तय की है. शिवसेना ने आरक्षण की मांग कर रहे मराठा समुदाय का समर्थन किया था. ऐसे में बीजेपी-शिंदे और अजित पवार की सरकार के सामने बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है.
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शिवसेना ने साधा सरकार पर निशाना
शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत ने कहा, कि सीएम शिंदे द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में उनकी पार्टी के अध्यक्ष उध्दव ठाकरे को आमंत्रित नहीं किया गया है. शिवसेना के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार की आलोचना करते हुए, राउत ने कहा, कि जब महाराष्ट्र जल रहा है, तो शिंदे सरकार “शर्मनाक राजनीति” का सहारा ले रही है. संजय राउत ने कहा, “केवल एक या एक भी विधायक वाले नेताओं को सर्वदलीय बैठक के लिए आमंत्रित किया गया है, लेकिन 16 विधायकों और छह सांसदों वाली पार्टी को निमंत्रण नहीं दिया गया है क्योंकि शिवसेना (UBT) उनकी आंखों की किरकिरी बन गई है.”
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