Cricket को शर्मसार करने वाली Match fixing, लिस्ट में 6 भारतीयों समेत 3 पाकिस्तानियों के नाम!

0

Match-Fixing: अंतराष्ट्रीय एकदिवसीय क्रिकेट विश्व कप शुरू हो चुका है. क्रिकेट का शुरुआत 16वीं सदी के अंत में हुआ था और पहला मैच अमेरिका और कनाडा के बीच साल 1844 में खेला गया था. वहीं पहला अंतराष्ट्रीय टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच साल 1877 में खेला गया था. क्रिकेट ने 200 सालों के इतिहास में बहुत उतार-चढ़ाव देखे हैं.

बता दें कि क्रिकेट को शुरू से ही जेंटलमैन गेम कहा जाता है. परंतु 21वीं शताब्दी के शुरुआत के साथ ही मैच फिक्सिंग की कई सारी घटनाएं देखने को मिली है. इन घटनाओं के बाद क्रिकेट पर काला धब्बा लग गया है. वहीं कई सारे खिलाड़ी फिक्सिंग में दोषी पाए जाने के बाद क्रिकेट में वापसी नहीं हो पाई. आज विश्व की ऐसी स्थिति है कि हर मैच में ये डर लगा रहता है कि कहीं मैच फिक्सिंग तो नहीं हुई है. दरअसल क्रिकेट की प्रमुख संस्था आईसीसी ने मैच फिक्सिंग को रोकने के लिए कई सारे कड़े नियम बनाए हैं. उसके बाद भी कई सारी ऐसी घटनाएं देखने और सुनने को मिल ही जाती है.

घटनाएं जिसने किया क्रिकेट को शर्मसार:-

हेंसी क्रोनिए प्रकरण

बता दें कि क्रिकेट के इतिहास का सबसे बड़ा मैच-फिक्सिंग भारत और साउथ अफ्रीका के बीच साल 2000 में हुए द्विपक्षीय सीरीज में देखने को मिला था. वहीं इस मैच के बारे में भारतीय पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए कहा था कि  दोनों देशों के 5 खिलाड़ी एक मैच की फिक्सिंग में बुकी के साथ शामिल थे. सबसे हैरानी  बात ये थी की दोनों टीमों के कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन और हेंसी क्रोनिए का नाम भी इस फिक्सिंग में आया था. बता दें कि साउथ अफ्रीका के तरफ से हेंसी क्रोनिए, निकील बोजे और हर्शेल गिब्स तो वहीं भारत की तरफ से अजहरुद्दीन, अजय जडेजा और मनोज प्रभाकर का नाम सामने आया था. गौरतलब है कि पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने अपने ऊपर लगे आरोपों से मुक्त होने के लिए 11 वर्ष तक न्यायिक लड़ाई लड़ी. जिसके बाद उन्हें भारत के सर्वोच्च न्यायालय से क्लीन चिट भी मिली.

इंग्लैंड स्पॉट फिक्सिंग

बता दें कि विश्व क्रिकेट के इतिहास पर दूसरा काला धब्बा वर्ष 2010 में पाकिस्तान और इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के दौरान लगा था. दरअसल इस दौरान पाकिस्तान टीम के 3 खिलाड़ी जिसमें युवा तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर, मोहम्मद आसिफ और सलामी बल्लेबाज सलमान बट्ट का नाम सामने आया था. बता दें कि यह खुलासा एक स्टिंग ऑपरेशन की वजह से हुआ था, जिसमें माजिद नाम के बुकी ने भविष्यवाणी की थी कि आमिर और आसिफ कब नो बॉल डालेंगे. दरअसल यह स्टिंग ऑपरेशन न्यूज ऑफ द् वर्ल्ड द्वारा किया गया था. जिसमें बुकी माजिद ने खुलासा किया था कि आमिर के तीसरे ओवर की पहली गेंद नो बॉल होगी और हुआ भी वही था.

ये भी पढ़ें- Israel से वापस आई अभिनेत्री Nushrratt ने साझा किया वीडियो, जंग में फंसे लोगों के लिए मांगी दुआ

इसके अलावा माजिद ने कहा था कि 10वें ओवर में मोहम्मद आसिफ की छठी गेंद नो बॉल होगी और उसकी ये बात भी सच साबित हुई थी. इसके अलावा उसने सलमान बट्ट के इसमें शामिल होने को लेकर भी खुलासा हुआ था. वहीं आईसीसी ने जांच के बाद 5 फरवरी 2011 को तीनों खिलाड़ियों पर प्रतिबंध लगा दिया था. ये प्रतिबंध सलमान बट्ट पर 10 वर्ष, गेंदबाज आसिफ पर 7 वर्ष और गेंदबाज आमिर पर 5 साल का प्रतिबंध लगाया था. गौरतलब है कि 2015 में बैन के बाद आमिर ने सफलतापूर्वक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की थी.

आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग

गौरतलब है कि विश्व क्रिकेट तीसरी और भारतीय क्रिकेट पहली बार 2013 में स्पॉट फिक्सिंग की वजह से शर्मसार हुआ था. दरअसल इंडियन प्रीमियर लीग में राजस्थान रॉय़ल्स के तीन खिलाड़ियों तेज गेंदबाज श्रीसंत, अंकित चव्हाण और अजीत चंदीला पर फिक्सिंग का आरोप लगा था. वहीं मुंबई पुलिस ने फिक्सिंग के आरोप में विंदू दारा सिंह और गुरूनाथ मयप्पन को गिरफ्तार किया था. वहीं जांच के दौरान दिल्ली पुलिस ने दावा किया कि गेंदबाज श्रीसंत और चव्हाण ने स्पॉट फिक्सिंग में शामिल होने की बात कबूली है. इसके अलावा दिल्ली पुलिस ने दावा किया कि बुकीज के कहने पर अजीत चंदीला ने कई और खिलाड़ियों को फिक्सिंग में शामिल करने की कोशिश किया था. बता दें कि बीसीसीआई ने जांच के बाद श्रीसंत और अंकित चव्हाण पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था. वहीं कोर्ट ने बाद में  प्रतिबंध को 7 वर्ष श्रीसंत के लिए कर दिया था.

ये भी पढ़ें- Telangana में KCR और Congress पर बरसे Amit Shah, बोले- हमारी विदेश नीति स्पष्ट

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘Saugandh TV’ को अभी subscribe करें. आप हमें FACEBOOK,और INSTAGRAM पर भी फॉलो कर सकते हैं.

आपको यह भी पसंद आ सकता है
Leave A Reply

Your email address will not be published.