
Loudspeaker Ban: मुंबई में धार्मिक स्थलों से हटे सभी लाउडस्पीकर: हाई कोर्ट के आदेश पर पुलिस की सख्त कार्रवाई
मुंबई, जुलाई 2025: मुंबई अब धार्मिक स्थलों पर लगे लाउडस्पीकरों से पूरी तरह मुक्त हो गई है। मुंबई पुलिस आयुक्त देवेन भारती ने हाल ही में घोषणा की कि शहर के सभी धार्मिक स्थलों से दिशात्मक लाउडस्पीकरों को हटा दिया गया है। यह कार्रवाई बॉम्बे हाई कोर्ट के आदेश के बाद की गई है, जिसमें पुलिस को शोर प्रदूषण नियमों का उल्लंघन करने वाले लाउडस्पीकरों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया था।
Loudspeaker Ban: देवेन भारती ने कहा, “धार्मिक संरचनाओं से सभी लाउडस्पीकर हटा दिए गए हैं। अब मुंबई इन संरचनाओं से पूरी तरह लाउडस्पीकर-मुक्त है।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि किसी एक धर्म विशेष को निशाना नहीं बनाया गया।
इस कार्रवाई के पीछे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की यह नीति रही कि सभी धार्मिक स्थानों पर बिना भेदभाव के कार्रवाई हो। पुलिस ने धार्मिक नेताओं, सामुदायिक प्रतिनिधियों और राजनीतिक दलों के नेताओं से बातचीत कर सहयोग प्राप्त किया।
बॉम्बे हाई कोर्ट ने अपने आदेश में स्पष्ट किया कि लाउडस्पीकर का उपयोग किसी भी धर्म का आवश्यक हिस्सा नहीं है। हालांकि, त्योहारों के दौरान अस्थायी अनुमति के आधार पर लाउडस्पीकरों के इस्तेमाल की छूट दी जा सकती है।
हाई कोर्ट ने यह भी कहा कि ध्वनि प्रदूषण एक गंभीर स्वास्थ्य खतरा है और किसी को भी यह दावा करने का अधिकार नहीं है कि लाउडस्पीकर के बिना उनकी धार्मिक स्वतंत्रता प्रभावित हो रही है।
Loudspeaker Ban: पुलिस के इस विशेष अभियान के दौरान मुंबई में कुल 1,608 लाउडस्पीकर हटाए गए। इनमें से 1,149 मस्जिदों, 48 मंदिरों, 10 चर्चों, 4 गुरुद्वारों और 147 अन्य धार्मिक संस्थानों से थे।
इस कार्रवाई के बाद कई मस्जिदें वैकल्पिक समाधान खोजने में जुट गई हैं, जिनमें कुछ ने नवाचार अपनाकर नए उपायों की शुरुआत की है।
मुंबई में ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण की दिशा में यह एक बड़ा कदम माना जा रहा है, जो आने वाले समय में देश के अन्य हिस्सों के लिए भी एक मिसाल बन सकता है।