
Lalu Yadav Birthday Special: जब लालू यादव ने तलवार से काटा 78 किलो का केक – जन्मदिन की अनूठी झलक
11 जून 2025 की सुबह पटना में राजद कार्यालय और राबड़ी देवी के आवास पर जगमगा उठा लालू प्रसाद यादव का 78वां जन्मदिन । इस मौके पर उनके समर्थकों ने ड्रम- नगाड़ों के साथ जश्न मनाया, लाखों रुपये हवाओं में उड़े और उन्होंने तलवार लेकर 78 kilo( लगभग 78 पाउंड) का विशालकाय केक काटा – जो सोशल मीडिया का वायरल पल बन गया।
Lalu Yadav Birthday Special:
तलवार से केक काटने का वीडियो और बहस
ट्रिब्यून के समाचार अनुसार, लालू यादव मुस्कुराते चेहरों और परिवार की मौजूदगी में तलवार से केक काटते दिखे, जो खाने के समय अपने आप में खास था । यह दृश्य वायरल हो गया और नेताओं ने इसे लेकर टिप्पणियां भी कीं – यूनियन मंत्री जेतिन राम मांझी ने मज़ाक में कहा, “ अगर बेटा सत्ता में आया तो AK ‑ 47 से केक काटेगा? ” ।
परिवार के साथ निजी खुशी
इसी दौरान राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव, मीसा भारती और अन्य परिवारजन मौजूद रहे । मीसा भारती ने सोशल मीडिया पर पिता को “ न्याय के हिमालय, सार्वजनिक चेतना की अग्नि ” बताया। निजी रूप से चुपचाप केक काटते हुए नाती- पोतों की मस्ती भी कैमरे में कैद हुई ।
पटना की सड़कों पर जश्न
पटना की गलियों में समर्थकों ने नाच- गाने, फूल, पोस्टर और रंग- बिरंगी रोशनी से माहौल बनाया । “ आर्थिक दुर्बल वर्गों के आवाज़ ” कहे जाने वाले लालू की इस जयंती पर, राजद उत्तरी बिहार और अन्य जिलों में गरीबों को भोजन, किताबें और ब्लड डोनेशन जैसे सामाजिक कार्यों का आयोजन भी किया गया ।
राजनेताओं की शुभकामनाएं
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि “ हमारी साझेदारी सामाजिक न्याय और संघर्ष पर आधारित है ” – और उन्हें लंबा जीवन और स्वास्थ्य मृत्यु की कामना की। वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी फोन कर बधाई दी ।
भगवान नहीं, संदेश का केक
राजद प्रवक्ता ने बताया कि जन्मदिन को “ सामाजिक न्याय और सद्भाव दिवस ” के रूप में मनाया गया – जिसमें गरीबों को भोजन, स्टेशनरी, कपड़े, तथा अस्पतालों में फल वितरण जैसी पॉजिटिव पहल भी शामिल थीं । यह सिर्फ जश्न नहीं, बल्कि लालू के संघर्ष और समाज के उत्थान की भावना का प्रतीक था ।
निष्कर्ष – अलग अंदाज़, गहरा संदेश
Lalu Yadav Birthday Special: लालू यादव का यह 78वां जन्मदिन सोशल मीडिया पर#LaluBirthdayViral है – जहां तलवार से केक काटने का निहितार्थ उनकी पहचान और शैली को दर्शाता है । निजी खुशी से लेकर सार्वजनिक समारोह, राजनीतिक संदेश से लेकर सामाजिक प्रतिबद्धता – इस जन्मदिन ने एक बार फिर साबित कर दिया कि लालू यादव केवल नेता ही नहीं, बल्कि एक प्रतीक हैं ।
उनकी बेटी मीसा भारती की यह पंक्तियाँ देखने लायक थीं
“ हिमालय के समान साहस, न्याय का सागर पापा के होने से सब कुछ है । ”