राहुल गांधी की सजा पर रोक के बाद बोले कपिल सिब्बल- ‘मैनें जो कहा था, वही सही साबित हुआ
Kapil Sibal On Rahul Gandhi: कपिल सिब्बल (Kapil Sibal) देश के वरिष्ठ अधिवक्ता हैं, वह कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपीए सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं। कपिल सिब्बल ने साल 2022 मई कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद वह समाजवादी पार्टी के समर्थन से राज्यसभा में निर्दलीय सांसद बने। वर्ष 2019 में लोकसभा चुनावों के दौरान राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने मोदी सरनेम को लेकर एक विवादित बयान दिया था। जिसके बाद मार्च 2023 में सूरत सेशन कोर्ट ने उन्हें मानहानि के मामले में 2 साल की सजा सुनाई थी। राहुल गांधी द्वारा फैसले को लेकर गुजरात हाईकोर्ट में अपील की गई। लेकिन इसके बावजूद हाईकोर्ट ने भी राहुल कोई राहत नहीं दी। और अन्ततः उनकी संसद सदस्यता खत्म कर दी गई।
राजनीति के लिए न्यायिक संस्थाओं का प्रयोग दुर्भाग्यपूर्ण:- सिब्बल
पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा, कि यह पूरी तरह से तैयार राजनीतिक षड्यंत्र था। जिसके कारण राहुल गांधी की सदस्यता को छीना गया। वह लगातार सरकार से संसद में सवाल पूछ रहे थे। जिसके कारण उन्हें निशाना बनाया गया। मैंने पहले भी कहा था, कि पूरा मामला बेवजह है। हम न्यायालय के आदेश का सम्मान करते हैं। लेकिन राजनीतिक गतिविधियों व स्वार्थ के लिए न्यायिक संस्थाओं का प्रयोग किया जाना वाकई दुर्भाग्यपूर्ण है।
राहुल गांधी की संसद सदस्यता बहाल हो
गुजरात हाईकोर्ट ने अपने फैसले के दौरान के दौरान अधिकतम सजा 2 वर्ष तक सुनाने का कोई तर्क नहीं दिया। यदि यह सजा दो वर्ष से एक दिन भी कम होती। तो राहुल गांधी की संसद सदस्यता खत्म नहीं हो सकती थी। ऐसे में कपिल सिब्बल ने कहा, कि उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार अब राहुल गांधी की संसद सदस्यता भी बहाल हो सकती है। और वह आने वाले वक्त में चुनाव भी लड़ने के लिए योग्य रहेंगे। ऐसे में राहुल गांधी की संसद सदस्यता को पुनः बहाल किया जाए।