India बना दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था, 5 साल के सबसे निचले स्तर बेरोजगारी दर

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India GDP Growth: भारत दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बना रहा है. आज भारत विकासशील देश होते हुए भी दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था में से एक है. भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर तमाम रेटिंग एजेंसियां पॉजिटिव संकेत दे रही हैं. वर्ल्ड बैंक और आईएमएफ ने भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास दर के अनुमान को बढ़ाया है. इस बीच एक और एजेंसी फिच ने भी भारत की ग्रोथ रेट को बढ़ाकर दिखाया है. एक मीडिया इंटरव्यू में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के कार्यकारी निदेशक और भारत सरकार के पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार केवी सुब्रमण्यन ने देश के रोजगार परिदृश्य पर भारत की जीडीपी वृद्धि के सकारात्मक प्रभाव पर चर्चा किया.

रोजगार में काफी सुधार- सुब्रमण्यम

सुब्रमण्यम ने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि पीएलएफएस के विश्वसनीय आंकड़े साफ तौर पर भारत में रोजगार की संख्या और गुणवत्ता में महत्वपूर्ण सुधार की ओर संकेत दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान और कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान रोजगार की स्थिति खराब हो गई, लेकिन अगर आप अब समग्र रूप से देखें तो रोजगार की स्थिति में काफी सुधार देखने को मिल रहा है. सुब्रमण्यम के अनुसार पीएलएफएस डेटा से पता चलता है कि नियमित कर्मचारियों और वेतनभोगी श्रमिकों की संख्या में पर्याप्त वृद्धि हुई है, जो 2017-18 में 11.5 करोड़ से बढ़कर 13 करोड़ हो गई है. इसमें 13 प्रतिशत का सुधार देखा जा सकता है. औपचारिक क्षेत्र में भी 1.2 करोड़ रोजगार की वृद्धि देखी गई जो कि 25.3 प्रतिशत है.

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बेरोजगारी दर पांच साल के निचले स्तर पर

सुब्रमण्यन ने बताया कि 2017-18 और 2019-20 के बीच सामान्य स्थिति में बेरोजगारी दर 6.0 प्रतिशत से घटकर 4.8 प्रतिशत हो गई थी. श्रम बल भागीदारी दर 49.8 प्रतिशत से बढ़कर 53.5 प्रतिशत हो गई और श्रमिक-जनसंख्या अनुपात 46.8 प्रतिशत से बढ़कर 50.9 प्रतिशत हो गया. सुब्रमण्यम ने कहा कि फॉर्मल सेक्टर में जॉब 2019-20 में 5.9 करोड़ से बढ़कर 2022-23 में 6.3 करोड़ हो गया. सुब्रमण्यन ने बताया कि अगर आप फॉर्मल सेक्टर के रोजगार को देखें तो यह 2019-20 में 5.9 करोड़ से बढ़कर 2022-23 में 6.3 करोड़ हो गया है. यह रोजगार की क्वाइलिटी बढ़ने का स्पष्ट उदाहरण है. उन्होंने कहा कि बेरोजगारी दर पांच साल के निचले स्तर 3.2 प्रतिशत पर है.

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