एजुकेशन के लिए लेना है लोन तो इन बातों को रखें ध्यान, वरना पड़ सकते हैं मुश्किल में
Education Loan: आजकल उच्च शिक्षा के लिए लोन लेना आम बात हो गई है। कुछ छात्र आर्थिक तंगी के कारण कर्ज लेते हैं तो कुछ लोग आत्मनिर्भर बनने के लिए. ऐसे में आपको दोनों कारणों से लोन लेने से पहले उसके ब्याजदर के बारे में जरुर पता होना चाहिए. अगर आप उच्च शिक्षा के लिए विदेश में पढ़ाई कर रहे हैं या भारत में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं और इसके लिए आपको लोन की जरूरत है तो इन बातों का ध्यान रखें।
शैक्षिक लोन लेने के लिए योग्यता
एजुकेशन लोन के लिए छात्र का भारत का निवासी होना अनिवार्य है। प्रवेश के लिए छात्र के पास किसी मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थान से ऑफर लेटर होना चाहिए। इसके साथ ही एजुकेशन लोन के लिए छात्र की उम्र 18 साल से 35 साल के बीच होनी चाहिए. वहीं शैक्षिक मार्कशीट या प्रमाण पत्र होना चाहिए। इसके साथ ही छात्र के अभिभावक के रूप में परिवार का एक सदस्य होना चाहिए।
एजुकेशन लोन के लिए दस्तावेज
- एज प्रुफ के लिए डॉक्यूमेंट
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मार्कशीट
- बैंक पासबुक
- भारतीय निवासी होने का प्रमाण पत्र (आईडी प्रुफ)
- एड्रेस प्रुफ
- एजुकेशन कोर्स की जानकारी
- छात्र और अभिभावक का पैन कार्ड
- अभिभावक के इनकम प्रुफ
शिक्षा ऋण के प्रकार
- लोन के प्रकार
- अंडरग्रेजुएट लोन
- करियर एजुकेशन लोन
- प्रोफेशनल ग्रेजुएट स्टूडेंट लोन
- पेरेंट्स लोन
ऋण के लिए ब्याज दर
उदाहरण के तौर पर अगर कोई छात्र 2 साल के लिए 5 लाख रुपये का लोन लेता है तो उसे 2 साल के लिए 15 फीसदी ब्याज देना होगा. जिसकी मासिक किस्त करीब 24000 रुपये होगी. 2 साल में 82000 हजार रुपए ब्याज बैंक को देना होगा। इसी तरह जैसे-जैसे आपके लोन की रकम बढ़ती जाएगी, ब्याज दर भी उसी हिसाब से बढ़ती जाएगी। बता दें कि ब्याज दर ऊपर या नीचे हो सकती है, इसे सिर्फ उदाहरण के तौर पर बताया गया है।