Hindi Diwas 2023 Wishes: भारत देश की हिंदी राज भाषा है. जो बहुत ही प्रभावशाली और प्रेम से भरी भाषा है. हिंदी महज भाषा ही नहीं हैं, बल्कि हिंदुस्तान की पहचान हैं. हम हिंदी को ऐसी महाभाषा कह सकते हैं जो दुनिया के दुसरे देशों में बसे हिंदी भाषी लोगों को आपस में जोड़ने का काम करती है. हिंदी भाषा को भले ही राष्ट्रभाषा का दर्जा न मिला हो, लेकिन यह देश की राजभाषा कहलाती है. बता दें कि भारत में हर साल 14 सिंतबर यानी आज के दिन हिंदी दिवस के रुप में मानाया जाता है.
आज यानी 14 सिंतबर को हर साल देश में हिंदी दिवस के रुप में मनाया जाता है. इस मौके पर लोगों को हिंदी भाषा के महत्व को बताने की प्रयास किया जाता है. इसके अलावा लोगों को हिंदी बोलने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है. इस दिन हिंदी भाषा की उपयोगिता के बारे में सभी को अवगत किया जाता है. वहीं, हिंदी को बढ़ावा देने के लिए लोगों खास संदेश भेजें जाते हैं.
पीएम मोदी ने दी बधाई
गौरतलब है कि हिंदी दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने देशवासियों को बधाई दी है. पीएम मोदी ने हिन्दी दिवस के मौके पर सोशल मीडिया पर लिखा, ‘‘मेरे सभी देशवासियों को हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं. मेरी कामना है कि हिन्दी भाषा राष्ट्रीय एकता और सद्भावना की डोर को निरंतर मजबूत करती रहेगी.
मेरे सभी परिवारजनों को हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। मेरी कामना है कि हिन्दी भाषा राष्ट्रीय एकता और सद्भावना की डोर को निरंतर मजबूत करती रहेगी।
— Narendra Modi (@narendramodi) September 14, 2023
अमित शाह ने भी दी बधाई
वहीं, देश के गृह मंत्री अमित शाह ने भी हिंदी दिवस के मौके पर देशवासियों को बधाई दी. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि, भारत की भाषाओं की विविधता को एकता के सूत्र में पिरोने का नाम ‘हिंदी’ है. स्वतंत्रता आन्दोलन से लेकर अबतक देश को एकसूत्र में बांधने में हिंदी की अहम भूमिका रही है. आइए, ‘हिंदी दिवस’ के मौके पर राजभाषा हिंदी सहित सभी भारतीय भाषाओं को सशक्त करने का संकल्प लेंते हैं.
‘हिंदी दिवस’ के अवसर पर सभी को शुभकामनाएँ देता हूँ।
दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत की भाषाओं की विविधता को एकता के सूत्र में पिरोने का नाम 'हिंदी' है। स्वतंत्रता आन्दोलन से लेकर आजतक देश को एकसूत्र में बाँधने में हिंदी की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही है। आइए, ‘हिंदी दिवस’ के अवसर…
— Amit Shah (@AmitShah) September 14, 2023
राजेन्द्र सिंहा ने हिंदी के लिए लड़ाई लड़ी
बता दें कि राजेन्द्र सिंहा ने हिंदी भाषा को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए लंबी लड़ाई लड़ी थी. जिसके बाद 14 सिंतबर 1949 में देवनागरी लिपि में लिखी गई हिंदी को आधिकारिक भाषा के रुप में मान्यता दी गई. इसी दिन राजेन्द्र सिंहा का 50वां जन्मदिन था. जिसके बाद इसी तारीख को हिंदी दिवस के रुम मनाया जाने लगा. आज के दिन हिंदी बोलने वाले लोगों को शुभकामनाएं और बधाई देना तो बनता है.