Hemant Soren Gets Bail: झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को जमानत मिलने की खबर पर जेएमएम कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है, वहीं इस बात की अटकलों ने भी जोर पकड़ लिया है कि क्या हेमंत सोरेन फिर से सीएम की कुर्सी संभालेंगे, जो उन्हें गिरफ्तारी के चलते छोड़नी पड़ी थी? हालांकि जेएमएम की राज्यसभा सांसद महुआ माजी ने इन अटकलों पर कहा कि हेमंत सोरेन फिर से सीएम बनेंगे या नहीं, इसका फैसला पार्टी की बैठक में होगा. फिलहाल पार्टी कार्यकर्ताओं और राज्य की जनता में खुशी की लहर है।
मीडिया से बातचीत के दौरान महुआ माजी ने हेमंत सोरेन के फिर से सीएम बनने के सवाल पर कहा कि इस पर जो भी फैसला होगा, पार्टी लेगी। मैं इस पर कोई फैसला नहीं ले सकती पार्टी जो फैसला लेगी, मैं उसका समर्थन करूंगी। हेमंत जी की रिहाई से हमारे कार्यकर्ताओं और झारखंड की जनता में खुशी की लहर है। जिस जमीन को लेकर उनके खिलाफ साजिश रची गई थी, उसे लेकर उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है। यह ऐसी जमीन है जिसे न तो खरीदा जा सकता है और न ही बेचा जा सकता है। बस इतना हुआ कि कहा गया कि लाल किले पर कब्जे की कोशिश की गई है।
जेएमएम नेता के बयान से इतर हेमंत सोरेन के फिर से सीएम बनने की अटकलों पर गौर करें तो हेमंत के इस्तीफा देने और उनकी अनुपस्थिति में चंपई सोरेन सीएम बने थे। हेमंत ने खुद उनके नाम का प्रस्ताव रखा था ऐसे में माना जा रहा है कि अब चंपई की जगह हेमंत को जिम्मेदारी दी जाएगी। राज्य में कुछ ही महीनों में चुनाव होने हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान हेमंत जेल में थे, लेकिन वे राज्य की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए थे।
पत्नी कल्पना सोरेन ने जेल में की थी मुलाकात
वहीं, नतीजे आने के बाद पत्नी कल्पना सोरेन और चंपई सोरेन ने जेल जाकर उनसे मुलाकात की और फिर चुनाव नतीजों पर बात की। वहीं, कल्पना ने अपने पति की ओर से जेएमएम कैडर में विश्वास जगाने की कोशिश की और खुद गांडेय विधानसभा सीट से चुनाव जीतीं। पार्टी के बड़े नेता होने के कारण समर्थक उन्हें फिर से सीएम के रूप में देखना चाहते हैं, लेकिन व्यावहारिक रूप से यह संभव नहीं लगता। हेमंत जनता को यह संदेश नहीं देना चाहेंगे झारखंड में इस साल नवंबर-दिसंबर में चुनाव होने हैं और इसकी अधिसूचना भी एक महीने पहले जारी होने की संभावना है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ऐसे में उनके तीन महीने तक सीएम बनने की संभावना कम ही है उन्हें सीएम बनने के बजाय चुनावी तैयारियों पर ध्यान देना चाहिए। क्योंकि उनके सीएम बनने पर समर्थक खुश होंगे, लेकिन बिना किसी कारण के चंपई सोरेन को हटाकर सीएम बनने से जनता में सही संदेश नहीं जाएगा। वह ऐसा कोई संदेश नहीं देना चाहेंगे कि उन्हें कुर्सी की लालसा है।
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