Dancing for 170 Hours: भारत की रमोना परेरा ने बनाया भरतनाट्यम का विश्व रिकॉर्ड

भारतीय संस्कृति और शास्त्रीय नृत्य की धरोहर भरतनाट्यम को विश्व मंच पर गौरवान्वित करते हुए, सेंट एलोयसियस कॉलेज, मैंगलुरु की बीए अंतिम वर्ष की छात्रा रमोना परेरा ने एक अद्भुत कीर्तिमान स्थापित किया है। उन्होंने लगातार 170 घंटे तक बिना रुके भरतनाट्यम नृत्य कर गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज करवाया।

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Dancing for 170 Hours: इस अविश्वसनीय नृत्य प्रदर्शन का आयोजन कॉलेज के रॉबर्ट सेक्वेरा हॉल में हुआ। रमोना ने 7 दिनों तक बिना किसी ठोस विराम के इस शास्त्रीय नृत्य को प्रस्तुत किया। इस उपलब्धि ने पहले के 127 घंटे के रिकॉर्ड को तोड़कर नया वैश्विक मील का पत्थर छू लिया।

13 वर्षों की तपस्या ने दिलाया मुकाम
रमोना बीते 13 वर्षों से भरतनाट्यम का अभ्यास कर रही हैं और इस दौरान उन्होंने इस नृत्य शैली में कई अन्य रिकॉर्ड भी अपने नाम किए हैं। इस विश्व रिकॉर्ड के लिए उन्होंने वर्षों तक हर दिन 5-6 घंटे अभ्यास किया और पढ़ाई के साथ नृत्य में संतुलन बनाए रखा।

पूरी तैयारी और अनुशासन
इस ऐतिहासिक प्रदर्शन के दौरान रमोना ने सख्त डाइट प्लान अपनाया। उन्हें हर तीन घंटे में 15 मिनट का ब्रेक दिया गया, जिसमें वह केला, दही, टेंडर कोकोनट वाटर और सॉफ्ट राइस जैसी हल्की चीज़ें खाती थीं। यह विशेष आहार योजना महीनों पहले से तैयार की गई थी ताकि शारीरिक क्षमता बनी रहे।

Dancing for 170 Hours: मेडिकल टीम की निगरानी में ऐतिहासिक नृत्य
पूरे कार्यक्रम के दौरान मेडिकल टीम और एंबुलेंस स्टाफ लगातार रमोना की सेहत की निगरानी में जुटे रहे। सात दिनों तक उन्होंने विभिन्न भरतनाट्यम शैलियों को रिकॉर्डेड म्यूजिक पर प्रस्तुत कर अपनी प्रतिबद्धता, सृजनशीलता और आत्मविश्वास का बेहतरीन प्रदर्शन किया।

कॉलेज और देश को गर्व
इस महान उपलब्धि पर रमोना को कॉलेज प्रशासन, शिक्षक और साथियों से भरपूर समर्थन और सराहना मिली। यह रिकॉर्ड न सिर्फ रमोना की मेहनत का फल है, बल्कि भारतीय शास्त्रीय नृत्य की विश्वस्तरीय प्रतिष्ठा का प्रतीक भी बन गया है।

निष्कर्षतः रमोना परेरा की यह उपलब्धि नई पीढ़ी के कलाकारों के लिए एक प्रेरणा है और यह दिखाती है कि समर्पण, अनुशासन और निरंतर अभ्यास से कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता।

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