Brain Eating Amoeba: तालाब-झरने में नहाने का शौक है तो सावधान! पढ़ें पूरी खबर
Brain Eating Amoeba: अगर आपको भी झील और बहते झरनों में नहाने का शौक है, तो सावधान! इनमें कुछ ऐसा घातक विषाणु आपका इंतजार कर रहा है, जो आपके अनमोल जीवन को खत्म कर देगा। जी हां, केरल में इन दिनों नेगलेरिया फाउलेरी अमीबा की वजह से बच्चों की मौत के मामले सामने आ रहे हैं। यह खतरनाक अमीबा इसान के दिमाग के सेल्स को नष्ट कर देता है, जिससे बीमारी का इलाज लगभग असंभव हो जाता है।
नेगलेरिया फाउलेरी क्या है?
दरअसल, नेगलेरिया फाउलेरी एक प्रकार का अमीबा है जो मिट्टी, ताजे पानी, नदियों, झीलों और झरनों में पाया जाता है। यह नाक के जरिए शरीर में प्रवेश करता है और दिमाग में इंफेक्शन फैलाता है। यह अमीबा बहुत छोटे आकार का होता है, जिसे केवल माइक्रोस्कोप से देखा जा सकता है। यह गर्म वातावरण और पानी में तेजी से पनपता है, इसलिए गर्मियों में तालाब या वाटर पार्क में नहाने से बचना चाहिए।
नेगलेरिया फाउलेरी के लक्षण
सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि बीते दिनों पूरी दुनिया से दिमाग खाने वाले इस अमीबा के कारण लोग अपनी जान गवां चुके हैं। इस अमीबा के शरीर में प्रवेश करने पर लक्षण तुरंत दिखाई देने लगते हैं, जिनमें शामिल हैं:
सिरदर्द
तेज बुखार
मतली या उल्टी
शरीर में दर्द और अकड़न
दौरे
दिमाग का काम न करना
बचाव के उपाय
गर्मी और बरसात के महीनों में इस अमीबा के कारण बीमारी के फैलने की संभावना अधिक होती है। इस मौसम में खासकर तालाब, झील और वाटर पार्क में नहाने से बचना चाहिए। यदि तैरने का सोच रहे हैं तो नाक को पानी में न डुबोएं, क्योंकि यह अमीबा नाक के जरिए ही शरीर में प्रवेश करता है। झील में नहाते समय सिर को भिगाने से बचें।
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