Afghanistan ने भारत में बंद किया अपना दूतावास, दिल्ली से एंबेसडर हटाने की बताई खास वजह

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Afghanistan Embassy: अफगानिस्तान ने भारत की राजधानी में स्थित अपने दूतावास को बंद करने का निर्णय लिया है। हाल ही में, अफगानिस्तान में तालिबानी सरकार ने भारत में अफगान दूतावास के अपने सभी ऑपरेशंस को सस्पेंड कर दिया है. ऐसे में अफगानी राजनयिकों के सामने संकट खड़ा हो गया। अफगानिस्तान के दूतावास को बंद करने के बाद राजदूत व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने यूरोप व अमेरिका में शरण ले ली है। भारत में अफगान दूतावास का परिचालन पूर्णतया बंद कर दिया गया है।

फंड की कमी के कारण लिया फैसला

अफगानिस्तान सरकार वर्तमान में बुरी तरह से आर्थिक तंगी से गुजर रही है। प्रतिष्ठित अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, दूतावास पिछले दो साल से फंड की कमी से जूझ रहा था। इससे पहले अशरफ गनी सरकार की ओर से नियुक्त किए गए राजनयिकों के माध्यम से दूतावास को चलाया जा रहा था। अशरफ गनी सरकार को 2021 में तालिबान ने उखाड़ फेंका था।

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भारत की तरफ से सहयोग ना करने का आरोप

अफगानिस्तान दूतावास की तरफ से आरोप लगाया गया, कि भारत सरकार की तरफ से अफगानिस्तानी दूतावास को कोई सहयोग नहीं मिला। जिसके कारण हमें मजबूरी के कारण अपनी एंबेसी को बंद करने का फैसला किया है।ये भी पढ़ें- Stuart Broad को मिला बड़ा सम्मान, ट्रेंट ब्रिज पवेलियन का नाम क्रिकेटर के नाम पर रखा गया

पूर्व राजनयिक ने बताया कारण

भारत में अफगानिस्तान द्वारा दूतावास बंद करने के बाद नीदरलैंड्स में पूर्व भारतीय राजदूत भास्वती मुखर्जी ने बताया, कि दूतावास को बंद करने का फैसला भारत ने नही लिया है, बल्कि खुद तालिबान की तरफ से बंद किया गया है। उन्होने कहा, दिल्ली में अफगानिस्तान दूतावास को बंद करने के पीछे उनकी आंतरिक समस्याएं इसकी वजह हैं. ये काबुल में नई तालिबान सरकार की ओर शुरू की गई हैं, जो पूर्ववर्ती सरकार की नीतियों का पूरी तरह से विरोध करती है. मेरे नजरिए से अफगान दूतावास के बंद होने का यही प्रमुख कारण है.”

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