Aditya L1 बढ़ा अपने लक्ष्य की ओर, धरती और सूरज के बीच पहुंचने के लिए बदली कक्षा

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Aditya L1 Mission Update: इसरो का चर्चित सूर्य मिशन आदित्य L1 एक के बाद एक कीर्तिमान स्थापित कर रहा है. अब आदित्य L1 ने पृथ्वी के आखिरी ऑर्बिट को अलविदा कह कर सूरज की ओर बढ़ चला है. इसने धरती और सूरज के बीच लांग्रेजियन प्वाइंट 1 पर पहुंचने के लिए सफलतापूर्वक कक्षा बदल ली है. इसरो ने इस बात की जानकारी अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दी. इसरो ने बताया कि रात 2:00 बजे ऑर्बिट बदलने की प्रक्रिया पूरी हो गई है.

जानिए क्या होता है L1 प्वाइंट

L-1 प्वाइंट पृथ्वी से 15 लाख किलोमीटर दूर अंतरिक्ष में स्थित है. उस जगह पर सूरज और पृथ्वी की ग्रेविटी एक दूसरे के समान होती है. इस कारण यहां मौजूद कोई भी चीज बिना ईंधन खर्च किए अपनी जगह पर लंबे समय तक बनी रह सकती है. गौरतलब है कि इस जगह से किसी भी वस्तु के अंतरिक्ष के अनंत सफर पर भटकने का खतरा नहीं रहता. वहीं अगर इस जगह पर किसी वस्तु को कोई धक्का भी दे दे तो वापस अपनी जगह पर आ जाएगी. बता दे कि इस वजह से 24 घंटे सूर्य की रोशनी पड़ती है. इसलिए आदित्य L1 को यहां स्थापित करके अध्ययन किया जाएगा.

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पहला सूर्य मिशन है आदित्य L1

भारत का पहला सूर्य मिशन है आदित्य L1. इसरो ने इसको 3 सितंबर को लॉन्च किया था. इसे अपनी जगह पर पहुंचने में करीब 120 दिन लगने है. सूर्य की ऊपरी सतह के अध्ययन के लिए इसमें सात अलग-अलग पेलोड लगाए गए हैं. बता दें कि इसरो के साथ मिलकर दो स्वदेशी संस्थाओं ने स्वदेशी रूप से विकसित किया है. मिशन का मकसद सूरज के ऊपरी सतह के अध्ययन और अंतरिक्ष के मौसम के प्रभाव का अध्ययन करना है.

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