कैंसर के बावजूद मनीषा कोइराला ने निभाए हीरा मंडी के कठिन सिनेस, 12 घंटे रही गंदे पानी के नीचे
Manisha Koirala: हीरामंडी द डायमंड बाजार, संजय लीला भंसाली की यह नई वेब सीरीज ने तो धमाल मचाया है ओटीटी प्लेटफॉर्मपर. लेकिन इससे भी ज्यादा मनीषा कोइराला ने अपने अभिनय से खूब तारीफें बटोरी है. ऐसा कहा जाता है कि मनीषा कोइराला बहुत लंबे समय बाद एक बड़े पर्दे पर नजर आए हैं और उनकी जिंदगी का सबसे बड़ा रोल उन्होंने इस सीरीज में निभाया है. मनीषा कोइराला निहाली में अपने इंटरव्यू में बताया कि उनके लिए संजय लीला भंसाली के साथ एक ही प्रोजेक्ट में काम करने वाले पाल कितने दादा खासथे. बस इतना ही नहीं उन्होंने एक खास पर्दे पर से खुलासा किया है उन्होंने बताया कि हीरा मंडी की शूटिंग के दौरान वह कैंसर से भी जूझ रही थी और उससे भी लड़ चुकी है.
मनीषा कोइराला नहीं किया पोस्ट
अभी हाल ही में अपने ऑफिशल इंस्टाग्राम अकाउंट से मलिक जान उर्फ मनीषा कोइराला मैं एक पोस्ट शेयर किया है. जहां उन्होंने अपना एक्सपीरियंस डायरेक्टर संजय लीला भंसाली के साथ और अपने जज्बातों को शेयर किया है. मनीषा कोइराला ने अपनी पोस्ट में लिखा कि “मैं कभी सोच भी नहीं सकती थी की कैंसर और 50 साल का होने के बाद, मेरा जीवन इस दूसरे फेस में इस तरह से खेलेगा इसकी पूरी दो वजह है–पहले तो यह की हीरामंडी मेरे करियर का एक बहुत महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ है. एक 53 साल की एक्टर के रूप में जिसे एक हाई प्रोफाइल वेब सीरीज में एक महत्वपूर्ण हिस्सा निभाने को मिला, मैं इस मौके को कभी अपनी जिंदगी में भी नहीं भूल सकती. मुझे इस बात की बहुत खुशी है कि ओटीटी प्लेटफॉर्म और बदलती हुई ऑडियंस की प्रोफाइल के बदौलत मैं बेमतलब की भूमिकाएं निभाने में नहीं फांसी हूं. मनीषा कोइराला आगे लिखा कि वह बहुत खुशनसीब है कि बदलते हुए दौर में उनका काम करने का मौका मिला आजकल फीमेल एक्ट्रेस को भी तकनीकिशन, या किसी हाई प्रोफाइल जॉब की तरह ही कम मिलते हैं और उनका सम्मान होता है.
मनीषा कोइराला ने कैंसर के बावजूद भी निभाई मुश्किल सीन
मनीषा कोइराला का एक सीन था जिसके अंदर उन्हें काले रंग के कपड़े पहन कर फार के नीचे बहुत देर तक भीगना था. उन्होंने अपनी पोस्ट में आगे लिखा कि -“आज जब मुझे इतनी सारी तारीफ मिल रही है तो मैं उन डाउट और चिताओं को याद करने से खुद को नहीं रोक पा रही हूं. जो मुझे उसे समय परेशान करती थी जब मैं शूटिंग शुरू करने वाली थी मैं तब खूंखार कैंसर के कब्जे में थी और उसी से उभर रही थी. मैं सोचती थी कि क्या मेरा शरीर इतना मजबूत होगा कि मैं इतना बजिंग शूटिंग शेड्यूल मेंटेन कर पाऊंगी. हीरा मंडी की डिजाइन की हुई इतनी भारी कॉस्ट्यूम को करी कर पाऊंगी और गहनों को भी करी कर पाऊंगी क्या. मैं अक्सर ऐसा सोचा करती थी कि क्या मैं यह कर पाऊंगी लेकिन आज जब मुझे मेरे अभिनय की वजह से इतनी तारीफें सुनने को मिल रही है तब वह सारी मुश्किलें बहुत अच्छे लगने लगी है.
एक सीन के दौरान मनीषा कोइराला एक फाउंटेन के नीचे दिखाते हुए अपना सीन शूट करती हुई नजर आती है. उन्होंने पोस्ट में लिखा कि वह सीन शूट करने में उन्हें काफी ज्यादा दिक्कत हुई और उन्हें 12 घंटे तक इस पानी के गंदे पानी के नीचे भीगना पड़ा.