शिवसेना के संस्थापक बाला साहेब ठाकरे ने जिस पार्टी की नींव रखी थी, वह मुसलमानों के लिए अछूत थी. बाला साहेब के बयानों की वजह से महाराष्ट्र के मुसलमान उनकी पार्टी को अपना राजनीतिक दुश्मन समझते थे लेकिन, उद्धव ठाकरे के लिए मुसलमानों ने दिलों के दरवाजे खोल दिए. लोकसभा चुनाव के नतीजे इस बात की तस्दीक करते हैं कि उद्धव ठाकरे की शिवसेना को मुस्लिम समाज के रूप में नया वोटर मिल गया है जो उनकी राजनीतिक नैया को पार लगाने में उपयोगी साबित हुआ.
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दरअसल, लोकसभा चुनाव में मुस्लिम समाज ने उद्धव ठाकरे पर भरोसा जताया है. मुस्लिम बाहुल्य विधानसभा क्षेत्र जैसे मानखुर्द, कुर्ला, गोवंडी, अणुशक्ति नगर, मुंबा- देवी, चांदीवली, घाटकोपर पश्चिम, भायखला, मलाड- मलवानी जैसे इलाकों से आने वाले मतदाताओं ने उद्धव ठाकरे और महाविकास आघाड़ी के पक्ष में एकतरफा वोट किया है. नतीजा ये निकला कि मुंबई में उद्धव के खाते में चार में से तीन सीटें आई है. वहीं, महाविकास आघाड़ी के खातें में 4 सीटे आई है. जहां आंकड़े इस बात की गवाही दे रहें हैं.
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